मुंबई। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को लेकर चुनावी मौसम में जुबानी जंग जल्दी थमती नहीं दिखाई दे रही है। एक के बाद एक नेता इसमें कूदते जा रहे हैं और एक-दूसरे पर वार जारी है। इसमें हालिया बयान जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का था जिन्हें अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने जवाब दिया है। निरुपम ने मलिक को सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चमचा बताया है।
देश के राज्यपाल सरकार के चमचे होते हैं
गौरतलब है कि मलिक ने कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी शुरू में भ्रष्ट नहीं थे, लेकिन कुछ लोगों के प्रभाव में आकर वह बोफोर्स घोटाले के मामले में शामिल हो गए। निरुपम ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है, ‘हमारे देश के जितने राज्यपाल होते हैं, वे सरकार के चमचे होते हैं। सत्यपाल मलिक भी चमचा ही है। राजीव गांधी को बोफोर्स केस में अदालतों ने क्लीन चिट दी थी। अरुण जेटली भी उन लोगों में से थे, जिन्होंने उन्हें (राजीव को) क्लीन चिट दी थी।’
निरुपम ने आगे कहा, ‘जब पीएम ने राजीव गांधी को ‘भ्रष्टाचारी नंबर 1′ कहा तो उनकी इतनी आलोचना हुई कि वह दोबारा ऐसा नहीं कह सकते। ऐसा लग रहा है कि सत्यपाल मलिक, मोदी जी की चापलूसी कर रहे हैं, चमचागिरी कर रहे हैं ताकि कुर्सी बची रहे। राज्यपालों को अपनान सम्मान बनाए रखना चाहिए।’
‘नेहरू-महात्मा गांधी का जिक्र हो सकता है तो राजीव का भी’
इससे पहले यह पूछे जाने पर कि क्या चुनाव प्रचार में राजीव गांधी के नाम को लाना सही है, मलिक ने बीजेपी का बचाव करते हुए कहा कि अगर महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का जिक्र चुनावों में किया जा सकता है तो राजीव गांधी का भी जिक्र किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘अगर राजीव के बेटे आपको चोर कहते हैं तो क्या आप उन्हें नहीं बताएंगे कि आप कौन हैं और आपकी विरासत क्या है।’
बंद कमरे में बढ़ सकता है प्रदूषण स्तर
इस रिपोर्ट के मुताबिक शरीर के अंदरूनी अंगों में ऑक्सीजन का कम पहुंचना व्यक्ति की बुद्धिमानी पर असर डालता है। इन्वायरनरमेंटल प्रॉटेक्शन एजेंसी (ईपीए) के मुताबिक बंद कमरे में भी प्रदूषण का स्तर 2 से 5 गुना तक बढ़ सकता है। ये प्रदूषक हृदय और फेफड़ों में होने वाली बीमारियों का खतरा बढ़ा सकते हैं। साथ ही इससे समय से पहले मौत भी हो सक