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प्रकृति की गोद में बसा ‘चांगलांग’

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ट्रेवल डेस्क। अरुणाचल प्रदेश प्रकृति की गोद में बसा है। नजरें जहां तक भी जाएंगी आपको बेहतरीन वादियां और झीलें ही नजर आएंगी। यही वजह है कि ‘प्लेस टू विजिट’ लिस्ट में यह जगह जरूर शुमार होती है। यहां हर तरफ खूबसूरत वादियां और कलकल करती झीलों का संगीत किसी को भी अपनी तरफ आकर्षित कर ही लेता है। यही नहीं अरुणाचल में स्थापित टाइगर रिजर्व भी आकर्षण का केंद्र है। इसके अलावा इतिहास को खुद में समेटे हुए यह प्रदेश और भी कहानी कहता है। ऐसे में अगर आप भी नेचर या फिर हिस्ट्री लवर हैं और अरुणाचल प्रदेश की ट्रिप प्लान कर रहे हैं तो आइए हम आपको वहां की कुछ खास जगहों से रूबरू करवाते हैं।

मियाओ की खूबसूरती
चांगलांग में नोआ-देहिंग नदी के किनारे बसा है ‘मियाओ।’ इस जगह को तिब्बत शरणार्थियों का भी घर कहा जाता है। यहां नदी के चलते हर तरफ एक अलग ही खूबसूरती देखने को मिलती है। इसके अलावा व्यावसायिक नजरिये से भी यह क्षेत्र काफी समृद्ध माना जाता है।

‘लेक ऑफ नो रिटर्न’ का इतिहास
चांगलांग की ‘लेक ऑफ नो रिटर्न’ का इतिहास इसके नाम की ही तरह अनूठा है। बता दें कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इस झील में कई एयरक्राफ्ट दफन हो गए। यही वजह है कि इसका नाम लेक ऑफ नो रिटर्न पड़ गया।

टाइगर रिज़र्व नामदफा नेशनल पार्क
नामदफा नेशनल पार्क को भारत सरकार ने 1983 में ही टाइगर रिजर्व घोषित कर दिया था। पर्वतों के पास स्थित इस पार्क की सुंदरता देखते ही बनती है। यहां बाघ के अलावा हिमालयी भालू, हिम तेंदुआ और हाथी सहित अन्य वन्यजीवों की कई प्रजातियों को देखने का अनुभव मिलता है।

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