पटना। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ तालमेल को लेकर चल रही बातचीत के बीच राजद ने यह संकेत दिया है कि वह उपेंद्र कुशवाहा, मुकेश सहनी, जीतन राम मांझी और बसपा का साथ किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ सकता.
राजद का तर्क है कि यह सभी जनाधार वाली पार्टियां हैं और यह राजद कैंप के सबसे मजबूत साथी रहे हैं.
ऐसे में इनकी कीमत पर किसी भी दल से तालमेल संभव नहीं है. मंगलवार को नयी दिल्ली में राहुल गांधी से तेजस्वी यादव की मुलाकात हो चुकी है.
अब तेजस्वी यादव की मुलाकात कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा और बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल से होने वाली है. राजद ने अपनी भावनाओं से कांग्रेस अध्यक्ष को अवगत करा दिया है.
राजद सूत्रों के अनुसार सीट शेयरिंग का औपचारिक एलान तीन मार्च को एनडीए की रैली के बाद होगा.
जानकार बताते हैं कि मंगलवार को नयी दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष व नेता प्रतिपक्ष के बीच हुई बातचीत में साझा चुनाव प्रचार पर सहमति बनी है.
कांग्रेस नेताओं के साथ तेजस्वी की होने वाली मुलाकात में उन सारी सीटों पर चर्चा होगी जिन सीटों पर कांग्रेस और राजद चुनाव लड़ना चाहता है.
महागठबंधन में भाकपा और माकपा को भी एक-एक सीट देने की चर्चा है. राजद 20 से 22 और कांग्रेस आठ से 10 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है.
राहुल गांधी से मुलाकात के पहले तेजस्वी यादव ने पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद से भी रांची में मुलाकात की थी. राजद ने छपरा, मधेपुरा, अररिया, भागलपुर, बांका, मुंगेर, पाटलिपुत्र, वैशाली, बक्सर, गया, जहानाबाद, खगड़िया, दरभंगा, झंझारपुर, मधुबनी, समस्तीपुर, उजियारपुर, गोपालगंज, सीवान, वाल्मीिक नगर, बेगूसराय, मुजफ्फरपुर और नवादा को अपनी पारंपरिक सीट माना है.