Home Interview महिलाओं को हेल्दी और खुशहाल जीवन देना ही मेरा लक्ष्य: डॉ. रश्मि

महिलाओं को हेल्दी और खुशहाल जीवन देना ही मेरा लक्ष्य: डॉ. रश्मि

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महिला स्वास्थ्य से जुड़ी कई भ्रांतियों को दूर करते कई सवालों के जवाब जैसे क्या आफ्टर सिजेरियन डिलेवरी फीमेल का मोटापा बढ़ जाता है?, बच्चे पैदा करने के लिए माँ की आइडियल एज क्या होनी चाहिए? नाइन मंथ के ड्यूरेशन में प्रेग्नेंट फीमेल को किस प्रकार से खास ख्याल रखना चाहिए? टीबीआई 9 से बात करते हुए एक इंटरव्यू के दौरान मशहूर स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रश्मि सिंघल ने स्त्री रोग से जुड़े सवालों के साथ-साथ अपनी निजी जिन्दगी से जुड़े कई सवालों के जबाव दिए। पेश है उनसे हुई बातचीत के ख़ास अंश…

आपने मेडिकल की पढ़ाई कहां से कम्पलीट की?

मैंने मेडिकल की पढ़ाई आगरा के एसएन मेडिकल कालेज से की। 1988 में मैंने अपना एमबीबीएस किया और 1993 में मैंने अपना पीजी कम्प्लीट की।

डॉक्टर बनने की प्रेरणा आपको कहां से मिली?

जब से मैं पैदा हुई मेरे पिताजी हमेशा एक ही बात बोलते थे कि मैं डॉक्टर बनूं उनकी इसी चाहत ने मुझे डॉक्टर बनने के लिए प्रोत्साहित किया।

आपने गायनोक्लॉजिस्ट ही क्यों चुना?

मुझे लगा कि एक फीमेल होने के नाते मेरे लिए गायनोक्लॉजिस्ट अच्छी ब्रांच है। जिसके जरिये मुझे लेडीज के सम्पर्क में आकर उनके लिए कुछ करने का और उनकी सेवा का अवसर मिलेगा।

डॉक्टर के पेशे में आपको सबसे अच्छी बात कौन-सी लगती है?

सबसे अच्छी बात यही है कि इस प्रोफेशन में हमें समाज के लिए कुछ करने का मौका मिलता है। लोगों के दु:ख दर्द दूर करने के अवसर मिलते हैं। जिससे आत्मीय ख़ुशी मिलती है।

इस प्रोफेशन में आपका लक्ष्य क्या है?

मेरा एक ही लक्ष्य है कि अपनी सेवाओं के जरिये हर महिला को हेल्दी और खुशहाल जीवन देना। कम खर्चे में उनका इलाज हो।

इस प्रोफेशन में आप किसे अपना आइडियल मानतीं हैं?

इस प्रोफेशन में अपनी मेडिकल एजुकेशन के समय से ही प्रोफेसर मैडम संध्या अग्रवाल को अपना आइडियल मानती हूँ।

शादी के बाद जो कपल्स बच्चा प्लान कर रहे है। आप उनको क्या सलाह देंगीं?

देखिये, आज सिचुएशन काफी डिफरेंट है। आज जो न्यूली वैडिंग कपल्स आ रहे हैं वो बच्चा प्लान ही नहीं करना चाहते। जो कि गलत है। अधिक एज होने पर आपको और आपके होने वाले बच्चे को प्रॉब्लम हो सकती हैं। इसलिए समय पर बच्चा प्लान करें।

आपके अनुसार बच्चे पैदा करने के लिए माँ की आइडियल एज क्या होनी चाहिए?

बच्चे पैदा करने के लिए माँ की आइडियल एज की बात करें तो मिनिमम 21 साल की उम्र होनी चाहिए और उसके अलावा मुख्य बात यह है कि पहला बच्चा प्लान करने में देरी नहीं करनी चाहिए। 30 या उससे ऊपर उम्र होने पर बच्चे या माँ को प्रॉब्लम होने की सम्भावना बढऩे लगती है।

प्रेग्नेंट फीमेल को इस मौसम के हिसाब से खुद को फिट रखने के लिए क्या सलाह देना चाहेंगी?

प्रेग्नेंट फीमेल को जरूरी है कि वो प्रॉपर डॉक्टर के सम्पर्क में रहें और प्रॉपर चेकअप कराएँ। पहली विजिट में फीमेल का हिमोग्लोबिन और ब्लडप्रेशर कितना है यह चैक होना चाहिए। डाईबिटीज तो नहीं है, ये जाँच भी होनी चाहिए। गर्मी के मौसम की बात करें तो हीट स्ट्रोक से फीमेल को बचना चाहिए। उसको संतुलित वातावरण में रहना चाहिए। लिक्विड प्रॉपर लेना चाहिए। आयरन, केल्सियम भी डाक्टर के निर्देश के अनुसार लेना चाहिए।    

अर्ली एज में जो फीमेल माँ बन जाती हैं उनके साथ किस प्रकार की प्रॉब्लम हो सकती हैं?

कम उम्र पर माँ बनने वाली महिलाओं में कई प्रकार की बीमारियां हो सकती है। जो कि माँ और बच्चे के लिए ठीक नहीं हैं। इसमें सबसे अधिक प्रॉब्लम खून की कमी की हो सकती है। कम उम्र पर फीमेल की बॉडी के सारे ऑर्गन ठीक से डवलप नहीं हो पाते हैं। जिसकी वजह से उसका माँ बनना खतरनाक हो सकता है।

नाइन मंथ का जो ड्यूरेशन होता है उसमें प्रेग्नेंट फीमेल को किस प्रकार का खास ख्याल रखना चाहिए?

सबसे पहली बात खाने पीने का ध्यान रखना चाहिए। प्रोटीन और आयरन युक्त डाईट होनी चाहिए। खाने में चिकनाई और नमक कम रहना चाहिए, ताकि ब्लडप्रेशर की प्रॉब्लम न हो। प्रॉपर एक्सरसाइज बहुत जरूरी है।

आफ्टर डिलेवरी जच्चा-बच्चा स्वस्थ रहें  इसके लिए क्या खास ख्याल रखना चाहिए?

समय-समय पर डॉक्टर की सलाह इम्पोर्टेंट हैं। प्रोटीन युक्त आहार लें। बच्चे को माँ का दूध जरुर पिलायें। जच्चा-बच्चा का साफ-सफाई से रहना बहुत जरूरी है। सेनेटरी नेपकिन इस्तेमाल करें। कपड़े से इन्फेक्शन का खतरा रहता है। खान-पान का ख्याल रखें। मौसम के भी हिसाब से माँ और बच्चे को बचा कर रखें और प्रॉपर वेक्सिनेसन भी बहुत जरूरी है।

ऐसी अवधारणा है कि सिजेरियन डिलेवरी के बाद अधिकतर फीमेल का मोटापा बढ़ जाता है। यह बात कहां तक सही है?

यह बात गलत है। आफ्टर सिजेरियन डिलेवरी फीमेल का मोटापा बढ़ जाता है, अगर डिलेवरी के बाद महिला रूटीन लाइफस्टाइल की तरह एक्टिव रहे तो वो सामान्य रहती है। आमतौर पर देखा जाता है कि सिजेरियन डिलेवरी के बाद फीमेल रेस्ट अधिक करने लगती हैं, जिससे मोटापा बढ़ता है।

आजकल हम देख रहे हैं कि सिजेरियन डिलेवरी अधिक हो रही हैं। इसका क्या कारण है?

अधिकतर सिजेरियन डिलेवरी हो रही हैं ऐसा तो नहीं है। मुझे लगता है रेसियो सामान्य है, लेकिन फिर भी सीजर की जरूरत उन फीमेल को अधिकतर पड़ती है जो कम उम्र पर माँ बन रही हैं या उनको डाईबिटीज या ब्लडप्रेशर की प्रॉब्लम है।

गायनोक्लॉजिस्ट के रूप में जो फीमेल अपना करियर बनाना चाहती हैं उनसे आप क्या कहना चाहेंगे?

गायनोक्लॉजिस्ट के रूप में जो फीमेल अपना करियर बनाना चाहती हैं उनसे मैं यही कहूँगी कि इस बात को ध्यान में रखकर इस प्रोफेशन को चुनें कि यह बहुत ही डेडिकेशन वाला जॉब है। कई बार आपको अपनी फेमिली के जरूरी कामों को छोड़कर इसमें अपना काम करना पड़ता है। इसमें कभी भी आपको इमर्जेंसी आ सकती है। इसलिए प्रोफेशन को तो आपको प्रिफरेंस  देनी ही पड़ेगी।

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