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शाह-राहुल सहित कई दिग्गजों की किस्मत तय होगी तीसरे चरण में

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नई दिल्ली। लोकसभा चुनावों का सबसे बड़ा तीसरा चरण में आज 117 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। इस चरण के साथ ही गुजरात, केरल, गोवा, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, असम, दादर नागर हवेली और दमन-दीव की सभी लोकसभा सीटों पर मतदान पूरा हो जाएगा। इस चरण की सबसे खास बात यह है कि बीजेपी और कांग्रेस, दोनों पार्टियों के अध्यक्ष चुनाव मैदान में हैं। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। वह गांधीनगर से पार्टी के प्रत्याशी हैं जबकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस चरण में केरल के वायनाड संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार हैं।

तीसरे चरण में 15 राज्यों की 117 सीटों में से बीजेपी का लक्ष्य अपनी 62 सीटों को बचाने का होगा जहां पार्टी ने 2014 में जीत हासिल की थी। ऐसे में यह चरण सत्तारूढ़ दल के लिए काफी अहम है। पिछले चुनाव में इनमें से 16 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी जीते थे, जबकि अन्य सीटें बीजेडी (6), माकपा (7), NCP (4), समाजवादी पार्टी (3), शिवसेना (2), आरजेडी (2), एआईयूडीएफ (2), आईयूएमएल (2), एलजेपी (1), पीडीपी (1), आरएसपी (1), केरल कांग्रेस-एम (1), भाकपा (1), स्वाभिमानी पक्ष (1), तृणमूल कांग्रेस (1) और निर्दलीय (3) की झोली में गई थीं।

बीजेपी की परीक्षा उसी के गढ़ में

इस बार बीजेपी की परीक्षा उसका गढ़ रहे गुजरात में होगी, जहां प्रदेश की सभी 26 लोकसभा सीटों पर मंगलवार को मतदान होगा। पार्टी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी उन शीर्ष नेताओं में शामिल हैं जो मंगलवार को गुजरात में मतदान करेंगे। पीएम के सोमवार रात में ही अहमदाबाद पहुंचने की उम्मीद है। एक बयान के मुताबिक मोदी गांधीनगर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले शहर के रणिप क्षेत्र स्थित एक स्कूल में स्थापित बूथ पर अपना वोट डालेंगे।

इसके अलावा कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश में भी बीजेपी की परीक्षा होगी जहां पिछले लोकसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन शानदार रहा था। बीजेपी ने इस चरण में मतदान वाली सीटों पर 2014 में गुजरात की सभी 26 सीटों, कर्नाटक की 14 में से 11 सीटों और उत्तर प्रदेश की 10 सीटों में से आठ पर, छत्तीसगढ़ की सात में से छह सीटों पर, महाराष्ट्र की 14 में से छह सीटों पर, गोवा की दोनों सीटों पर और असम, बिहार, दादर नागर हवेली और दमन-दीव की एक-एक सीटों पर जीत हासिल की थी।

गुजरात में भाजपा और कांग्रेस की भिड़ंत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह राज्य होने के कारण बीजेपी इस बार भी गुजरात की सभी सीटों पर जीत हासिल करने की उम्मीद लगाए बैठी है। हालांकि कांग्रेस ने 2017 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश में बीजेपी को कड़ी चुनौती दी थी, इसलिए कांग्रेस भी 10 से 15 सीटों पर इस बार जीत की उम्मीद कर रही है। गुजरात के तीन युवा नेता हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी ने विधानसभा चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस की पकड़ मजबूत बनाने में मदद की थी, लेकिन इस बार वे चुनाव की दौड़ में शामिल नहीं हैं। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल पिछले महीने कांग्रेस में शामिल हुए लेकिन दंगे से संबंधित मामले में अभियुक्त होने के कारण वह चुनाव नहीं लड़ पाए, जबकि ठाकोर ने इसी महीने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया।

कर्नाटक का हाल

कर्नाटक में मंगलवार को जिन 14 सीटों पर मतदान हो रहा है, वहां बीजेपी की स्थिति मजबूत मानी जा रही है, लेकिन उसे कांग्रेस-जनता दल (एस) गठबंधन से कड़ी चुनौती मिल रही है। उधर, सत्तारूढ़ दल को उत्तर प्रदेश में भी तीसरे चरण में यादव बहुल इलाके में कड़ी चुनौती मिल सकती है। समाजवादी पार्टी का गढ़ रहे मैनपुरी, बदायूं और संभल लोकसभा क्षेत्रों में मंगलवार को मतदान होने जा रहा है और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ गठबंधन होने के बाद इन क्षेत्रों में एसपी की संभावना को मजबूती मिली है। कुछ विश्लेषक मानते हैं कि कांग्रेस भी बीजेपी का ही वोट काटेगी।

मैनपुरी से मुलायम हैं मैदान में

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव फिरोजाबाद से अपने भतीजे व एसपी उम्मीदवार अक्षय यादव के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं और वह एसपी-बीएसपी गठबंधन के विरोध में लोगों को वोट करने को कह रहे हैं। SP के संरक्षक मुलायम सिंह यादव मैनपुरी से चुनाव लड़ रहे हैं। महाराष्ट्र में तीसरे चरण में बारामती, माधा, कोल्हापुर और सतारा समेत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के गढ़ में मतदान हो रहा है। पार्टी अध्यक्ष शरद पवार की पुत्री सुप्रिया सुले बारामती से चुनाव मैदान में हैं।

छत्तीसगढ़ और बिहार में भी मतदान

छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने अपने सभी मौजूदा सांसदों को बदल दिया है। पार्टी को प्रदेश में 15 साल बाद पिछले साल सत्ता में आई कांग्रेस से कड़ी चुनौती मिल रही है। बिहार में इस चरण में जिन क्षेत्रों में चुनाव हो रहा है उनमें से बीजेपी को 2014 में सिर्फ एक सीट पर जीत मिली थी और पार्टी इस बार भी इनमें से एक ही सीट पर चुनाव लड़ रही है, जबकि सहयोगी पार्टी जनता दल (युनाइटेड) तीन सीटों पर और लोकजनशक्ति पार्टी (एलजेपी) एक सीट पर चुनाव लड़ रही है। वहीं, महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल (RJD) तीन सीटों पर जबकि कांग्रेस और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) एक-एक सीट पर चुनाव लड़ रही हैं। मुख्य मुकाबला मधेपुरा में है जहां वर्तमान सांसद पप्पू यादव (पिछली बार RJD के टिकट पर) इस बार अपने ही दल जन अधिकार पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं और उनके खिलाफ आरजेडी उम्मीदवार शरद यादव चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल जदयू के टिकट पर दिनेश चंद्र यादव चुनाव मैदान में हैं। मधेपुरा में इस बार त्रिकोणीय संघर्ष है।

ओडिशा के पुरी लोकसभा क्षेत्र में भी त्रिकोणीय संघर्ष है, जहां तीन प्रमुख दलों के प्रवक्ताओं के बीच लड़ाई है। वर्तमान सांसद और बीजू जनता दल (बीजेडी) प्रवक्ता पिनाकी मिश्र का मुकाबला बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा से है, जबकि कांग्रेस के मीडिया सेल अध्यक्ष सत्यप्रकाश नायक भी चुनावी मैदान में हैं। असम में चार लोकसभा क्षेत्रों में मंगलवार को मतदान होगा जहां कांग्रेस और ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रैटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) को नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर बीजेपी के विरोध का लाभ मिलने की उम्मीद है।

पश्चिम बंगाल में बहुकोणीय संघर्ष है जहां तृणमूल कांग्रेस, बीजेपी, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), कांग्रेस अपने-अपने दावे ठोंक रहे हैं। केरल में राहुल गांधी वायनाड लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में हैं। प्रदेश की 20 लोकसभा सीटों में से आठ पर पार्टी ने 2014 में जीत दर्ज की थी और उसके सहयोगियों ने भी कुछ सीटों पर जीत हासिल की थी। बीजेपी भी केरल में चार सीटों पर जीत की उम्मीद लगा रही है।

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