पति-पत्नी का रिश्ता सबसे अनमोल रिश्तों में से एक है। इस रिश्ते में विश्वास की अटूट डोर होती है, जिसे तोड़ना इतना आसान नहीं है। वैसे तो पति-पत्नी शादी के समय एक-दूसरे से 7 तरह के वचन में सुख-दुख और जिम्मेदारियों को आपस में बांटने और कुछ भी न छुपाने वाला वचन भी शामिल होता हैं। लेकिन फिर भी एक-दूसरे से अधिकतर बातें शेयर नहीं करते हैं। ऐसे में हम आपको पत्नियों के ऐसे झूठ के बारे में बता रहे हैं। जो वो अक्सर अपने पतियों से बोलती हैं। इन्हें आमतौर पर सफेद झूठ बोला जाता है।
- आमतौर पर पत्नियां घर को बुरी स्थिति से बचाने के लिए कुछ बचत करती हैं। इसके लिए वो समय-समय पर झूठ का सहारा लेकर पति से कुछ पैसे या रुपये लेती रहती हैं और घर या किसी बचत खाते में सेव करती हैं।
- अधिकतर पत्नियां पति या घर वालों से अपनी बीमारी के बारे में झूठ बोलती हैं। गंभीर बीमारी होने पर भी उसे सामान्य दर्द या छोटी बीमारी कहकर टालने की हमेशा कोशिश करती है। जिससे घर के लोग उनकी वजह से परेशान न हों
- आमतौर पर पत्नियां जब भी शॉपिंग पर कुछ ज्यादा या महंगा सामान खरीद लेती हैं, तो ऐसे में पति या घरवालों से उसकी सही कीमत बताने पर अक्सर झूठ बोलती हैं। जिससे उन्हें डांट न पड़ें।
- महिलाएं अक्सर पति या किसी अपने करीबी की गिफ्ट पसंद न आने पर भी उसे अच्छी लगी कह कर रख लेती हैं। क्योंकि वो अपने करीबी को हर्ट नहीं करना चाहती।
- अक्सर पत्नियों को पति के फ्रेंड्स पसंद नहीं होते हैं लेकिन फिर भी गेट-टू-गेदर में या पति के सामने अक्सर उनको बुरा या नापसंद कहने से बचती हैं।
- अक्सर पत्नियां पति से उनके पास्ट के बारे में जानने से मना करती हैं या उसमें दिलचस्पी रखने की बात को नकारती हैं। जबकि वो पति के पास्ट के बारे में हर छोटी बड़ी बात जानना चाहती हैं।
- महिलाएं अधिकांश समय अपने करीबियों और घर वालों को खुश रखने या उनकी जरुरतों के कामों को करने के लिए भी झूठ बोलती हैं।
- महिलाएं अपने पति से अपने पास्ट के बारे में भी अक्सर झूठ बोलती हैं, क्योंकि आमतौर पर पुरुषों को ये बात पसंद नहीं होती है। जिसकी वजह से कई बार रिश्ते में तनाव भी हो जाता है। इसके अलावा सेक्स का मूड न होने पर भी थकान या तबीयत ठीक न होने का झूठ भी बोलती हैं।
तो देखा आपने, पत्नियां अपने सफेद झूठ को किन-किन परिस्थितियों में अमली जामा पहनाती हैं। यह बात भी सत्य है कि वे ज्यादातर कुछ अच्छा करने के लिए झूठ बोलती हैं। जिसमें परिवार और पति की भलाई छुपी रहती है। यही पति-पत्नी का असली प्रेम है।