विश्व में हालांकि अलग-अलग देशों में कई अलग और विशेष प्रकार की प्रथाएं प्रचलन में है जोकि हमारे लिए आश्चर्यजनक हो सकती हैं चीन भी उन देशों में शुमार है जहां की प्रथा हिंदुस्तान के लोगों के लिए चौका देने वाली है, क्योंकि चीन में पुरुषों की बजाय महिलाओं को दहेज देने की प्रथा है इस कारण चीन में शादियां खर्चीली हो गई है इस पर लगाम लगाने के लिए मध्य हेनान प्रांत के प्युआंग प्रशासन ने दिशानिर्देश जारी किए हैं। सरकारी दिशानिर्देशों के तहत शादी के तोहफे, मेहमानों की संख्या और रिसेप्शन पर होने वाले खर्च को तय किया गया है। इसमें यह भी कहा है कि सरकारी गाइडलाइंस का पालन नहीं करने और तय की गई रकम से ज्यादा खर्च करने पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है.
पुरुष के मुकाबले महिलाओं की संख्या कम होना है इसकी वजह
हालांकि भारत भी इससे अछूता नहीं है कि महिलाओं के मुकाबले पुरुषों की संख्या अधिक है चीन में महंगी शादी की सबसे बड़ी वजह लड़कियों की कम होती संख्या है। चीन में 100 महिलाओं पर 115 पुरुष हैं। इस वजह से लड़कों को जीवन साथी मिलना मुश्किल हो रहा है। शादी होने पर उन्हें दुल्हन के लिए महंगे उपहार खरीदने पड़ते हैं और काफी पैसा खर्च करना पड़ता है। अधिकारियों का कहना है कि इस फैसले का मकसद दहेज पर रोक लगाना है।
उपहार और दावत के लिए भी प्रशासन ने जारी की गाइडलाइन
शादी में दिए जाने वाले दहेज की राशि तय कर दी गई है। ग्रामीण इलाकों में साढ़े 3 लाख रुपए और शहर में सवा दो लाख रुपए से ज्यादा दहेज नहीं दे सकेंगे। खर्चों पर अंकुश लगाने के लिए यह सलाह भी दी गई है कि शादियों के रिसेप्शन में अधिकतम 15 टेबल ही रखें। लागत प्रति टेबल तीन हजार रुपए से ज्यादा नहीं होनी ।
शादी के लिए दुल्हन को दिए जा रहे हैं महंगे उपहार
चीन में 30 की उम्र पार कर चुके लड़कों को शेंगनान कहा जाता है। इसका मतलब इन्हें अब तक शादी के लिए लड़की नहीं मिली। इससे बचने के लिए लोग अपने लड़के की शादी के लिए लड़की और उसके परिवार को कीमती उपहार देने में हिचकते नहीं हैं। इससे शादी का खर्च बढ़ जाता है।