नई दिल्ली: एसबीआई ने अपनी रिसर्च रिपोर्ट में कहा है कि अर्थव्यवस्था में सुस्ती को देखते हुए आरबीआई को रेपो रेट में 0.25% से ज्यादा की कटौती होनी चाहिए।. रिजर्व बैंक 6 जून को मौद्रिक नीति की अगली समीक्षा जारी करेगा। आरबीआई की पिछली दो बैठकों में रेपो रेट 0.25-0.25 फीसदी घटाया था। अभी यह 6% है।
रिपोर्ट के अनुसार आर्थिक सुस्ती से शेयर बाजार में बेचैनी बढ़ी। बैंक जिस ब्याज पर रिजर्व बैंक से कम समय के लिए कर्ज लेते हैं उसे रेपो रेट कहा जाता है। ईकोरैप रिपोर्ट जो जारी करी गयी उस कहा गया कि आर्थिक सुस्ती के कारण शेयर बाजार में बेचैनी बढ़ी है। रिपोर्ट में मार्च तिमाही के लिए कंपनियों के नतीजों का विश्लेषण भी किया गया है। इसके मुताबिक 384 कंपनियों में से 330 कंपनियों के रेवेन्यू और प्रॉफिट में गिरावट आई है। टेलीकॉम उपकरण, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपर, एग्रो केमिकल, पेट्रोकेमिकल और कास्टिंग कंपनियां ज्यादा प्रभावित हुई हैं। ग्रामीण इलाकों में मांग घटने से एफएमसीजी की बिक्री में गिरावट हुई है। निर्यात पर निर्भर करने वाली दवा कंपनियों के नतीजे भी कमजोर रहने के आसार हैं।