हेल्थ डेस्क। अपने ढेर सारे औषधीय गुणों की वजह से हल्दी सिर्फ खाने का रंग और स्वाद बढ़ाने के काम ही नहीं आती बल्कि सेहत के लिए भी कई तरह से फायदेमंद है। मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन, विटामिन बी6, ओमेगा 3, ओमेगा 6 फैटी ऐसिड और एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर हल्दी नैचरल हीलर का काम करती है। हल्दी के गुणकारी होने के पीछे का सबसे बड़ा कारक है उसमें मौजूद करक्यूमिन। यह हल्दी के बहुत छोटे से हिस्से में मौजूद होता है, लेकिन सबसे असरदार होता है। अपने इसी गुण की वजह से हल्दी अब कैंसर रोकने में भी मददगार साबित हो गई है।
सिर्फ एक मसाला नहीं है हल्दी
अनुसंधानकर्ताओं ने हल्दी में मौजूद करक्यूमिन की मदद से दवा डिलिवरी का एक नया सिस्टम विकसित किया है जिसके जरिए सफलापूर्वक बोन कैंसर सेल्स को फैलने और बढ़ने से रोका जा सकता है। साथ ही हेल्दी बोन सेल्स का विकास भी होता है। अप्लाइड मटीरियल्स ऐंड इंटरफेसेज नाम के जर्नल में इस स्टडी के नतीजों को प्रकशित किया गया है। दरअसल, बोन कैंसर से पीड़ित ज्यादातर युवा मरीजों का इलाज सर्जरी से पहले और बाद में कीमोथेरपी के हाई डोज के जरिए किया जाता है और इसके कई गंभीर साइड इफेक्ट्स भी हैं।
मरीजों के लिए साइड इफेक्ट रहित इलाज का प्रयास
ऐसे में अनुसंधानकर्ता इसी प्रयास में लगे हैं कि इलाज का ऐसा तरीका विकसित किया जाए जो सौम्य होने के साथ-साथ साइड इफेक्ट रहित हो। ऐसा इसलिए ताकि सर्जरी के बाद रिकवर करने की कोशिश कर रहे मरीज जो बोन डैमेज की समस्या के साथ-साथ ट्यूमर को दबाने के लिए हार्ड दवाइयों का भी सेवन कर रहे हैं उन्हें कुछ राहत मिल सके। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन में ऐंटिऑक्सिडेंट, ऐंटि-इंफ्लेमेट्री और हड्डियों को विकसित करने की क्षमता होती है। साथ ही हल्दी कई तरह के कैंसर को दूर करने में भी कारगर मानी जाती है।