मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट के आज हुए विस्तार को लेकर मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने नाराजगी जताई है। भारती ने पार्टी नेतृत्व को पत्र लिखकर मंत्रिमंडल में जातीय असंतुलन को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है।
भोपाल। एमपी की पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा है कि मंत्रिमंडल में जातीय संतुलन का ध्यान नहीं रखा गया है। शिवराज कैबिनेट के विस्तार से असंतुष्ट हैं। भारती ने इस बात पर पार्टी के नेतृत्व में पत्र भी लिखा है। भारती गुरुवार को बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में लखनऊ के विशेष अदालत में पेश हुईं। इससे पहले उन्होंने मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत में अपनी नाराजगी का इजहार किया।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भारती ने बुधवार को ही पार्टी नेतृत्व को अपनी सैद्धांतिक असहमति से अवगत करा दिया था। उन्होंने जातीय असंतुलन को ठीक करने की गुजारिश भी पार्टी नेतृत्व से की गई, लेकिन ऐसा लगता है उनकी बात को ज्यादा तवज्जो नहीं दी गई।
मंत्रियों ने शपथ ली
मध्य प्रदेश में गुरुवार सुबह 11 बजे राजभवन में आयोजित समारोह में 28 नए मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें 20 कैबिनेट और 8 राज्य मंत्री हैं। मंत्रियों के विभागों का बंटवारा नहीं हुआ, लेकिन कैबिनेट में ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक पूर्व विधायकों की ज्यादा भागीदारी को लेकर पार्टी के अंदर से विरोध के स्वर भी सुनाई देने लगे हैं।