नई दिल्ली। पीएम मोदी की सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जारी है। 17 मई को लॉकडाउन खत्म होने से पहले हो रही इस अहम चर्चा में प्रवासी मजदूर, अर्थव्यवस्था को गति देने पर जोर रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने लोगों से कहा था कि वे जहां पर हैं, वहीं पर रुके रहें। पर लोग अपने घर जाना चाहते हैं, ये इंसानी फितरत है। इसके चलते हमें अपने फैसले बदलने पड़े, लेकिन इसके बावजूद हमें ध्यान रखना है कि संक्रमण ना फैले और गांवों तक ना पहुंचे। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि यही हमारी सबसे बड़ी चुनौती है।
बैठक के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्रियों से चर्चा की और उन्होंने आरोग्य सेतु ऐप के इस्तेमाल पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस ऐप के डाउनलोड बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्रियों को प्रयास करने चाहिए, क्योंकि इससे संक्रमितों की पहचान में मदद मिलती है।
केंद्र सरकार ने कहा था- राज्य आर्थिक गतिविधियों पर जोर दें
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने रविवार को राज्यों के चीफ सेक्रेटरी और हेल्थ सेक्रेटरी से बात की थी। राजीव गौबा ने कहा कि अब राज्य सरकारों को आर्थिक गतिविधियां चालू करने पर जोर देना चाहिए। सरकार प्रवासियों के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रही है। सभी राज्य इसमें ज्यादा से ज्यादा सहयोग करें और वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों में फंसे लोगों की लौटने में मदद करें।
राज्यों ने रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन पर उठाए सवाल
सूत्रों के अनुसार, कैबिनेट सेक्रेटरी के साथ चर्चा में कई राज्यों ने रेज, ग्रीन और ऑरेंज जोन में बनाए गए नियमों पर सवाल उठाए। कुछ राज्यों ने प्रवासियों की वापसी पर चिंता जताई थी। इन राज्यों का कहना है प्रवासियों की वापसी के कारण कोरोनावायरस के मामले बढ़ रहे हैं, ऐसे में जो इलाके ग्रीन जोन में हैं, वे जल्द ही रेड जोन में बदल जाएंगे।