नई दिल्ली। भारत लगातार चीन को हर मोड़ पर मात देता चला आ रहा है। इसी कड़ी में दक्षिण कोरिया की दिग्गज इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग भारत में ओएलईडी मोबाइल डिस्प्ले यूनिट लगाने जा रही है। शुक्रवार को हुई कैबिनेट की बैठक में देश में सैमसंग की ओएलईडी डिस्प्ले यूनिट लगाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। इस यूनिट को लगाने के लिए सैमसंग ने भारत में 4825 करोड़ रुपये का निवेश करने का फैसला किया है। गौर करने वाली बात यह है कि यह यूनिट पहले चीन में लगाया जाना था, लेकिन कंपनी ने चीन से अपना कारोबार समेटकर यूपी में निवेश करने का फैसला किया है।
इसके तहत कंपनी यूपी के नोएडा में मोबाइल और आईटी डिस्प्ले बनाने की यूनिट स्थापित करेगी। नोएडा में इस यूनिट को लगाने पर सैमसंग को भारत सरकार की स्कीम फॉर प्रमोशन ऑफ मैन्युफैक्चरिंग ऑफ इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स ऐंड सेमीकंडक्टर्स के तहत 460 करोड़ रुपये का वित्तीय प्रोत्साहन मिलेगा।
दुनिया का तीसरा देश भी बन जाएगा भारत
यही नहीं भारत, ओएलईडी तकनीक से निर्मित मोबाइल डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग करने वाला दुनिया का तीसरा देश भी बन जाएगा। वियतनाम और दक्षिण कोरिया के बाद नोएडा में यह सैमसंग की तीसरी यूनिट होगी। चीन में अपना डिस्प्ले यूनिट बंद करने के बाद सैमसंग ने उसे भारत लाने का फैसला किया है।
उत्तर प्रदेश के निवेश मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि भारी-भरकम निवेश और औद्योगिक विकास को देखते हुए योगी सरकार ने सैमसंग के इस प्रोजेक्ट को विशेष प्रोत्साहन देने का फैसला किया है। इस परियोजना के नोएडा में लगने से 1,510 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। वहीं, बड़ी संख्या में लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। इस परियोजना के पूरा होने पर यूपी को दुनिया में अलग पहचान मिलेगी। विगत वित्तीय वर्ष में 27 अरब डॉलर के निर्यात के साथ सैमसंग उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा निर्यातक है। इस यूनिट के लगने से जहाँ यूपी की शाख बढ़ेगी वहीं लोगों को रोज़गार भी मिलेगा।