श्रीनगर। अब समझ में आया कि कुछ लोगों के धरा 370 हटने से मिर्ची क्यों लगी थी। जम्मू कश्मीर के पच्चीस हजार करोड़ के जमीन घोटाले को लेकर बड़े बड़े नाम सामने आए हैं। सीबीआई मामले की जाँच कर दोशियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी हो रही है।सीबीआई की इस लिस्ट में महबूबा मुफ्ती और फारुक अब्दुल्ला के कई साथियों का नाम हैं। जिन बड़े लोगों के नाम इसमें शामिल हैं उनमें पूर्व वित्त मंत्री और पीडीबी नेता हसीब द्राबू, उनकी पत्नी शहजाद, बेटे एजाज और इफ्तिखार का नाम है। इसके अलावा कांग्रेस नेता केके अमला पर भी इस घोटाले में शामिल होने की पुष्टि हुई हैं। अब इन सभी से वह जमीन वापस ली जाएगी।
क्या है रोशन घोटाला?
2001 में रोशनी एक्ट बना था। जब सरकारी ज़मीन पर ग़ैरक़ानूनी क़ब्ज़ा करने वालों को एक निश्चित रक़म जमा करने पर इस ज़मीन पर मालिकाना हक देने का क़ानून बना था। इस क़ानून के बहाने कश्मीर के बड़े बड़े लोगों ने हज़ारों करोड़ के ज़मीन के वारे न्यारे किए अब सीबीआई जांच कर रही है। मामला हाई कोर्ट में है। जानकारी के मुताबिक घोटाले में तीनों बड़ी पार्टियों, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस के करीब 200 नेताओं के नाम हैं। इसके अलावा कुछ बड़े आईएएस अधिकारियों, कुछ बड़े बिजनेसमैंन और होटल मालिकों के नाम भी शामिल हैं। इन लोगों ने सरकारी जमीन को अपने नाम तो किया ही साथ ही साथ अपने रिश्तेदारों को भी दिलवाई। अब हाई कोर्ट के आदेश के बाद इन लोगों से जमीन वापस ली जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि राज्य में होने वाले डीडीसी चुनावों के दौरान यह एक बड़ा मुद्दा बन सकता है।