आगरा। अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में एक बार फिर जिन्ना की तस्वीर का मुद्दा गरमाया है, यूनियन के छात्रों और वहाँ पढ़ने वाले लोकल छात्रों में एक नया विवाद पैदा हो गया है, लोकल छात्रों का कहना है की स्टूडेंट्स हॉल से पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर हटाई जाए तो, वहीं एक तरफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स यूनियन (एएमयूएसयू) का कहना है कि यह तभी हटेगी जब मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से निर्देश जारी किया जाए।
यूनियन के अध्यक्ष सलमान इम्तियाज का कार्यकाल हुआ समाप्त
गुरुवार को स्टूडेंट यूनियन के 137वें वार्षिक समारोह में हुए विचार-विमर्श के बाद यह ऐलान किया गया। गुरुवार को ही एएमयूएसयू के मौजूदा छात्र संघ (2018-19) के कार्यकाल की समाप्ति भी हुई। इस दौरान सलमान इम्तियाज इसके अध्यक्ष रहे।
जिन्ना की तस्वीर हटाना पहली प्राथमिकता : सतीश गौतम (सांसद)
गौरतलब है कि इससे एक हफ्ते पहले अलीगढ़ से दोबारा चुने गए सांसद सतीश गौतम ने कहा था, ‘मेरी पहली प्राथमिकता है कैंपस से जिन्ना की तस्वीर को हटवाकर उसे पाकिस्तान भेजना।’
एएमयू एक स्वायत्त संस्था है : आमिर रश्दी (सचिव)
छात्र संघ के निवर्तमान सचिव, हुजाएफा आमिर रश्दी का कहना था, ‘सांसद की धमकियां बहुत अधिक मायने नहीं रखतीं। अगर वह जिन्ना की तस्वीर हटवाना चाहते हैं तो उन्हें इसके लिए सरकार का आदेश लेकर आना होगा।’ रश्दी ने आगे कहा, ‘अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) एक स्वायत्त संस्था है, यहां सांसद की मर्जी के मुताबिक काम नहीं होता।’ वहीं निवर्तमान उपाध्यक्ष हमजा सुफियान ने कहा, ‘जिन्ना की तस्वीर का कोई मुद्दा ही नहीं है। यह केवल सांसद का पैदा किया हुआ विवाद है।’
जिन्ना को छोड़ यूनिवर्सिटी पर दो ध्यान
निवर्तमान अध्यक्ष सलमान इम्तियाज का कहना था, ‘सांसद को समझना चाहिए कि जिन्ना भारत के इतिहास का हिस्सा है, अच्छा हो या बुरा, इसे स्वीकार किया जाना चाहिए। जिन्ना की तस्वीर पर अपना दिमाग लगाने की जगह उन्हें यूनिवर्सिटी के लिए कुछ सकारात्मक करना चाहिए।’
अब तक विवाद जारी
गौरतलब है कि जिन्ना की तस्वीर का मसला पिछली स्टूडेंट यूनियन (2017-18) के दौरान उठ खड़ा हुआ था लेकिन यह अभी तक इस पर विवाद जारी है।