बिहार। बिहार में सियासी सरगर्मियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। नीतीश कुमार से अलग होने के बाद आरसीपी सिंह बिहार के मुख्यमंत्री पर जबरदस्त तरीके से हमलावर हैं। दरअसल, जदयू से इस्तीफा देने के बाद आरसीपी सिंह लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं। इसी क्रम में वे आरा पहुंचे थे जहां उन्होंने जदयू और नीतीश कुमार पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि नीतीश कुमार मेरी औकात क्या बताएंगे, उनकी खुद की औकात नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय कानून सभी को बराबर का दर्जा देती है। सभी की एक जैसे हैसियत है। रही बात काबिलियत की तो जब मैं आईएएस था, तब नीतीश कुमार सड़क पर घूम रहे थे। उन्होंने तंज कसते हुए पूछा कि क्या आप की पैरवी से मैं आईएएस बना था? उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मेरी औकात उनसे तब भी ज्यादा थी और अभी भी ज्यादा है।
आरसीपी सिंह ने बार-बार इस बात पर जोर देते हुए कहा कि जब वह टिकट के लिए घूम रहे होंगे, तब मैं आईएएस अधिकारी बन चुका था। नीतीश कुमार ने तो नेवी का परीक्षा दिया था, लेकिन उसमें भी फेल हो गए और मैं आईएएस की परीक्षा में पूरे भारत में 13वीं रैंक लाया था। आरसीपी सिंह ने इस बात पर भी जोर दिया कि बिहार में किसी भी जाति के लोग नीतीश कुमार के साथ नहीं हैं। उन्होंने दावा किया कि नीतीश कुमार ने सभी जातियों को ठगा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अभी दिल्ली गए थे। उन्होंने सभी विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी। लेकिन इन नेताओं के बारे में नीतीश कुमार क्या कहते थे, इसलिए इन पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। इसके साथ ही आरसीपी ने कहा कि 17 सालों में नीतीश सरकार हर क्षेत्र में फेल हुई है।
आपको बता दें कि आरसीपी सिंह नीतीश कुमार के कभी बेहद करीबी हुआ करते थे। हाल के दिनों में नीतीश कुमार और उनके रिश्ते बिगड़ गए। वहीं, नीतीश कुमार पिछले दिनों दिल्ली दौरे पर पहुंचे थे जहां आरसीपी सिंह को लेकर उनसे सवाल पूछा गया। आरसीपी सिंह का नाम सुनते ही नीतीश कुमार भड़क गए थे। नीतीश कुमार ने कहा था कि क्या घटिया नाम ले रहे हैं, किसकी हैसियत क्या है, यह भी तो देखिए। नीतीश कुमार इतने गुस्से में थे कि उन्होंने साफ तौर पर कह दिया कि आगे से अब उनका नाम मेरे सामने नहीं लीजिए। नीतीश कुमार ने कहा था कि वह एक आईएस थे, उन्हें निजी सचिव किसने बनाया, राजनीति में कौन लेकर आया।