नई दिल्ली। महान बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर ने रविवार को कहा कि अगर टेस्ट क्रिकेट अच्छी पिचों पर खेला जाए तो यह काफी मनोरंजक हो सकता है। मास्टर ब्लास्टर का मानना है कि लंबे प्रारूप के पुनरूद्धार के लिए 22 गज की पिच काफी अहम है। अपनी बात का समर्थन करने के लिए तेंडुलकर ने उदाहरण देते हुए कहा कि पिछले हफ्ते लॉर्ड्स में एशेज टेस्ट के का उदाहरण दिया।
टेस्ट क्रिकेट की अहमियत पिच पर निर्भर
तेंडुलकर ने कहा, ‘लॉर्ड्स टेस्ट के लिए बनाई गई पिच पर स्टीव स्मिथ और जोफ्रा आर्चर के बीच अच्छी प्रतिस्पर्धा हुई। टेस्ट क्रिकेट की अहमियत पिच पर निर्भर होती है। अगर आप अच्छी पिचें देते हैं तो क्रिकेट कभी भी उबाऊ नहीं हो सकता है। इससे मैच के दौरान हमेशा रोमांचक क्षण होंगे, गेंदबाजी स्पेल भी रोमांचक होंगे, अच्छी बल्लेबाजी होगी और लोग यही देखना चाहते हैं।’
मुंबई हाफ मैराथन के मौके पर बोले सचिन
उन्होंने यह बात मुंबई हाफ मैराथन के मौके पर कही। तेंडुलकर ने आर्चर और स्मिथ के बीच प्रतिद्वंद्विता के बारे में कहा, ‘दुर्भाग्य से स्मिथ चोटिल हो गए। यह उनके लिए बड़ा झटका था लेकिन टेस्ट क्रिकेट तब रोमांचक था, जब जोफ्रा आर्चर उन्हें चुनौती दे रहे थे। यह अचानक ही रोमांचक हो गया था और सभी का ध्यान टेस्ट क्रिकेट पर चला गया था।’
तेंडुलकर ने 200 टेस्ट मैचों 15921 रन जुटाए हैं। उन्होंने लंबे प्रारूप में दिलचस्पी को फिर से जगाने के लिए ऐसी पिचें तैयार करने की जरूरत पर जोर दिया जो थोड़ी रोचक हों।
अगर रोचक पिचें हो तो क्रिकेट और दिलचस्प होगी
इस महान बल्लेबाज ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अगर हम रोचक पिचें तैयार करते हैं तो टेस्ट क्रिकेट को फिर से दिलचस्प हो जाएगा। लेकिन अगर पिचें सपाट हैं तो टेस्ट क्रिकेट की चुनौतियां बरकरार रहेंगी।’