जम्मू-कश्मीर। भाजपा का दमखम अब जम्मू-कश्मीर में दिखने लगा है। अब वहां की स्थानीय पार्टियों के लिए खतरे की घंटी बज चुकी है। जम्मू कश्मीर में जिला विकास परिषद चुनाव के लगभग सभी सीटों के नतीजे आ गए हैं। छह दलों के गठबंधन ‘गुपकार’ को बहुमत मिला है। 280 में से अब तक 276 सीटों के नतीजे आ चुके हैं। जिसमें 74 सीटें बीजेपी के पास गई हैं। गुपकार गठबंधन में शामिल एनसी को 67 और पीडेपी को 27 सीटें मिल चुकी हैं। कांग्रेस के पास 26 सीटें गई हैं। गुपकार गठबंधन सबसे आगे हे लेकिन पार्टी सबसे बड़ी जो उभरी है वो बीजेपी है।
डीडीसी चुनावों का परिणाम अनुमान के अनुरुप ही दिख रहा। जम्मू क्षेत्र में भाजपा मजबूती बनाए हुए है, वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी जैसी क्षेत्रीय पार्टियों के गठबंधन गुपकर का प्रदर्शन कश्मीर घाटी और जम्मू के पीर पंजाल और चेनाब घाटी क्षेत्रों में बेहतर है। बीजेपी का प्रदर्शन कश्मीर घाटी के मुकाबले जम्मू क्षेत्र में ज्यादा अच्छा रहा है। गुपकार गठबंधन डीडीसी चुनाव को अनुच्छेद 370 हटने पर जनमत संग्रह की तरह देख रहा है। बीजेपी को घाटी में पूरी तरह से नकार दिया गया है। बीजेपी को कश्मीर घाटी में जनता ने पूरी तरह से नकार दिया है।
डीडीसी चुनाव में गुपकार गठबंधन की जीत पर महबूबा मुफ्ती ने खुशी जताई है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों ने अपना जवाब दिया। वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एबीपी न्यूज से कहा कि जम्मू-कश्मीर में इतिहास लिखा गया है। यहां से दुनिया को संदेश गया, ये लोकतंत्र की जीत है।
केन्द्र शासित प्रदेश में डीडीसी का चुनाव 28 नवम्बर से शुरू होकर आठ चरणों में पूरा हुआ। अगस्त, 2019 में संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त कर जम्मू-कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा खत्म किए जाने के बाद प्रदेश में यह पहला चुनाव है। चुनाव में कुल 280 सीटें (जम्मू की 140 और कश्मीर की 140) पर मतदान हुआ है। अगर गुपकार को अलग कर दिया जय तो भाजपा सबसे बड़ा दाल बनकर उभरा है। ये जम्मू-कश्मीर के लिए शुभ संकेत हैं।