आगरा। 12 दिसंबर से लापता चल रहे डौकी क्षेत्र के नगला टांक निवासी युवक की हत्या कर शव को बोरे में डालकर झरना नाले के पास फेंक दिया गया था। हत्या उसके तहेरे भाई ने पत्नी के साथ मिलकर अपने घर पर की थी। हत्या के आरोपी तहेरे भाई विजयपाल को बुधवार को जेल भेज दिया गया। उसने जो घटनाक्रम बताया वो बेहद सनसनीखेज है।
डौकी के नगला टांक निवासी पल्लेदार अजय कुमार (25) की हत्या के आरोपी तहेरे भाई विजयपाल को बुधवार को जेल भेज दिया गया। उसकी पत्नी प्रेमलता अभी फरार है। पुलिस द्वारा पत्नी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह बाइक पर शव को रखकर पांच किलोमीटर दूर झरना नाला के जंगल में फेंककर आया था।
नगला टांक निवासी राम अवतार सिंह तोमर का बेटा अजय कुमार 12 दिसंबर को लापता हो गया था। 14 दिसंबर को परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। परिजनों ने तहेरे भाई विजयपाल पर शक जताया था। मंगलवार को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया था। उससे सख्ती से पूछताछ की थी।
एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि आरोपी विजयपाल से पूछताछ में पता चला कि अजय उसकी पत्नी प्रेमलता से बात करता था। इस बारे में विजयपाल को भी पता चल गया था, इसलिए हत्या की योजना बनाई थी। पत्नी को भी साजिश में शामिल कर लिया। दोनों अजय को बहाने से अपने घर लेकर गए। इसके बाद बारिश का बहाना करके उसे घर में ही रोक लिया।
अजय के प्रेमलता से बात करने के दौरान विजयपाल पहुंच गया। उसने बांक से अजय की हत्या कर दी। इसके बाद शव को एक बोरे में रख लिया था। रात तकरीबन तीन बजे शव को बाइक पर रखकर पांच किलोमीटर दूर झरना नाला के जंगल में फेंक आए थे। प्रेमलता घर आने के बाद फरार हो गई। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगी है।