ट्रेवल डेस्क। पहाड़ की चोटी पर बसा ये खूबसूरत शहर स्वाद से भरपूर फूड स्पॉट्स,और बिछा है सडकों का जाल, प्रकृति के खूबसूरत नजारे, दिल को छूतीं पहाड़ी चोटियां ये है दार्जिलिंग। इन सब से अलग भी कुछ है, जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। वो हैं दार्जिलिंग के चाय बागान। एक से बढ़कर एक शानदार चाय बागानों की दुनिया दार्जिलिंग के अंदर समायी हुयी है। इन गर्मियों कीजिये दार्जलिंग के इन मनमोहक चाय बागानों की सैर।बताते हैं आपको यहाँ के कुछ प्रसिद्ध बागानों के नाम…
1600 एकड़ वनों में बसा ग्लेनबर्न टी एस्टेट
इस टी-एस्टेट को 1860 में स्कॉटिश टी प्लांटर्स द्वारा स्थापित किया गया था। ग्लेनबर्न की सुंदर पहाड़ियों की रमणीय दुनिया की खूबसूरती इस चाय बागान की उपस्थिति से कहीं अधिक बढ़ जाती है। यह बागान 1600 एकड़ में वनों के जंगलों, रोलिंग पहाड़ियों, टी पिकर गांवों और नदी-घाटियों में दूर-दूर तक फैला है। जी हां, आप बिल्कुल सही समझ रहे हैं, अपने आप में एक अनूठी दुनिया समेटे हुए है यह चाय बागान।
सबसे महँगी चाय का बागान
‘मकाबीरी टी एस्टेट’ दार्जिलिंग में चाय का व्यापार शुरू करने वाले सबसे पुराने परिवारों में से एक के स्वामित्व वाला चाय बागान माना जाता है। कहते हैं दार्जिलिंग मकाबीरी टी एस्टेट सबसे महंगी चाय का उत्पादन करता है। इसकी स्थापना 1859 में हुई थी।
चामोंग टी की कड़क चाय
दार्जिलिंग की बादलों की धुंध भरी पहाड़ियों में बसा है चामोंग टी एस्टेट। यह करीब 900 एकड़ से अधिक हरी-भरी भूमि पर फैला है, जिसमें चाय बागान, चाय के कारखाने और चाय लेने वालों के लिए एक गांव हैं। यहां पर तरह-तरह की वनस्पतियों और कई प्रकार के जीवों को आप देख सकते हैं। यहां हरे-भरे वनों की सैर भी आप कर सकते हैं। रोलिंग पहाड़ियों की अविश्वसनीय भव्यता, कड़क चाय की खेती, ऊंचे, पर्णपाती जंगल इस रास्ते को खूबसूरत बनाते हैं। इस राह में कई जगह बंदरों से भी मुलाकात होती है।
गोमती चाय रिजॉर्ट में कुछ खास
अपने प्रसिद्ध पड़ोसी मकाबीरी और ग्लेनबर्न टी एस्टेट की तुलना में कम फेमस है गोमती चाय रिजॉर्ट। लेकिन यह बाकी चाय बागानों से कई मामलों में अलग है। जैसे, गोमती चाय रिजॉर्ट में घूमने आनेवाले पर्यटकों को लगभग 4000 फीट की ऊंचाई पर 100 साल पुराने विरासत बंगले में रहने के लिए मिलता है। आगंतुकों को घाटियों और पहाड़ों के व्यापक दृश्यों को निहारने का अवसर मिलता है