नई दिल्ली। फिरोजशाह कोटला मैदान में दिल्ली कैपिटल्स को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) की मेजबानी करनी है। दिल्ली टीम को प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए बस एक और जीत की दरकार है जबकि आरसीबी को खुद को प्लेऑफ की रेस में बनाए रखने के लिए कोटला में जीत का डंका बजाना होगा।
आरसीबी के कप्तान विराट कोहली ने दिल्ली में ही क्रिकेट का ककहरा सीखा है और वह दिल्ली की पिच से भलीभांति परीचित हैं। वैसे उनकी टीम के प्रदर्शन में शुरुआती आठ मैचों में से सात मैच गंवाने के बाद सुधार आया है जिसका नतीजा यह हुआ कि बैंगलोर टीम ने अपने पिछले तीनों मैच जीते। हालांकि वो अभी भी पॉइंट्स टेबल में अंतिम स्थान पर है। दिल्ली के खिलाफ जीत दर्ज नहीं कर पाने का मतलब होगा आरसीबी के लिए प्लेऑफ के दरवाजे लगभग बंद हो जाना जो विराट और साथी खिलाड़ी कतई नहीं चाहेंगे।
दिल्ली कैपिटल्स का होम रेकॉर्ड प्रभावी नहीं
दिल्ली टीम का होम रेकॉर्ड प्रभावी नहीं है। कैपिटल्स ने कोटला में इस सीजन पांच मैच खेले जिसमें उसने दो ही जीते। एक जीत कोलकाता के खिलाफ सुपर ओवर में जबकि दूसरी पंजाब के खिलाफ मिली। दिल्ली की पिच भले ही धीमी कही जाती हो लेकिन शिखर धवन (401 रन), ऋषभ पंत (336 रन) और श्रेयस अय्यर (331 रन) को देखते हुए कहा जा सकता है दिल्ली टीम घरेलू मैदान पर रनों का पहाड़ खड़ा करने में सक्षम है। बोलर्स में 23 विकेट लेकर कागिसो रबाडा पर्पल कैप होल्डर बने हुए हैं।
इस मैदान में विराट का औसत शानदार
आईपीएल में विराट कोहली मे अपना पहला मैच 18 अप्रैल 2008 को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ आरसीबी के लिए ही खेला था। तब से लेकर अब तक विराट अपने होम ग्राउंड फिरोजशाह कोटला मैदान में आठ आईपीएल मैच खेले हैं। इन आठ मैचों की पांच पारियों में उन्होंने 81 के एवरेज से 405 रन बनाए हैं जिसमें पांच हाफ सेंचुरी शामिल हैं। विराट का स्ट्राइक रेट 151 का रहा है। इतना शानदार रेकॉर्ड दिल्ली के बोलर्स के लिए खतरे की घंटी बजाने के लिए काफी है।
कोटला में पंत के नाम है सेंचुरी
दिल्ली के बल्लेबाज ऋषभ पंत भी कोटला से अच्छी तरह वाकिफ हो चुके हैं। उन्होंने यहां दिल्ली के लिए 22 आईपीएल मैचों में 709 रन बनाए हैं जिसमें 1 सेंचुरी और 4 हाफ सेंचुरी शामिल हैं। उन्होंने सेंचुरी (128 रन*) पिछले साल हैदराबाद के खिलाफ बनाई थी