नई दिल्ली। दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने कोरोना के खिलाफ जंग में एक बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि दिहाड़ी मजदूरों को कोरोना के कारण ज्यादा परेशानी हो रही है। उनके सामने रोजी-रोटी का संकट सामने आ रहा है। इसलिए दिलली सरकार ने यह ऐलान किया है कि हम उन 72 लाख लोगों को मुफ्त राशन देंगे। यह 72 लाख लोग वह हैं जो दिल्ली सरकार के राशन स्कीम के तहत रजिस्टर हैं। दिल्ली सरकार के राशन स्कीम में कुल 18 लाख परिवार आते हैं। इसके साथ ही लॉकडाउन के संकेत दिए हैं।
- सीएम ने जनता कर्फ्यू को लेकर कहा कि रविवार को 50 फीसद से ज्यादा बसें नहीं चलेंगी
- केजरीवाल ने कहा, बेघर लोगों के लिए रेन बसेरे में खाने का इंतजाम, लंच और डिनर मिलेगा
इसके बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि हर शख्स को 7.5 किलो राशन मिलेगा। उन्होंने यह भी बताया कि पहले का कोटा 5 किलो का था जिसे इस संकट के समय बढ़ा दिया है। अब हर शख्स को ढाई किलो ज्यादा मिलेगा।इसके अलावा सीएम ने कुछ और अन्य ऐलान किए जिससे लोगों को काफी फायदा होगा। उन्होंने कहा कि बेघर लोगों के लिए रेन बसेरे में खाने का इंतजाम होगा। लंच और डिनर दोनो देंगे। बुजुर्ग कुछ दिन वॉक बंद कर दें। इसके साथ ही विकलांग पेंशन डबल करने की बात कही। वहीं एक अहम बात बताते हुए कहा कि दिल्ली में फिलहाल लॉकडाउन नहीं है मगर जरूरत नहीं पड़ेगी तो किया जा सकता है।
इससे पहले उन्होंने शुक्रवार को हुई बैठक में साफ निर्देश दिया था कि राशन बांटना जरूरी है। उन्होंने कहा कि डीएम और एसडीएम कोरोना को लेकर जो भी गतिविधि कर रहे हैं, वह गतिविधि आवश्यक है और वह बंद नहीं हो सकती है। राशन विभाग में राशन का बंटना जरूरी है, लेकिन जो लोग राशन कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, वह आवश्यक नहीं है। इसे बंद किया जा सकता है। लोग पूछने आते हैं कि मेरा कार्ड बना कि नही बना, यह कम आवश्यक है, यह बंद हो सकता है। इसी तरह एक ही विभाग के अंदर कुछ कार्य बेहद आवश्यक होते हैं और कुछ कम आवश्यक। सभी विभागाध्यक्ष आवश्यक व कम आवश्यक गतिविधियों की सूची बनाकर आदेश जारी कर दें।इधर, अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी के द्वारा 22 मार्च रविवार को बताए गए जनता कर्फ्यू को लेकर भी एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि रविवार को 50 फीसद से ज्यादा बसें नहीं चलेंगी। इसके पीछे उन्होंने पीएम के द्वारा जनता कर्फ्यू का हवाला दिया है।