वाशिंगटन। कोरोना और किसान आंदोलन के बीच देश के प्रधानमंत्री को एक और उपलब्धि हासिल हुई है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रतिष्ठित ‘लीजन ऑफ मेरिट’ पुरस्कार से सम्मानित किया। मोदी को यह पुरस्कार अपने नेतृत्व में भारत और अमेरिका की रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने और भारत को एक वैश्विक ताकत के रूप में आगे बढ़ाने के लिए दिया गया। अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने प्रधानमंत्री की ओर से यह पुरस्कार स्वीकार किया। उन्हें अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रोबर्ट ओ’ब्रायन ने व्हाइट हाउस में यह पुरस्कार दिया।
ओ’ब्रायन ने ट्वीट किया कि राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘‘अपने नेतृत्व में अमेरिका और भारत के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए लीजन ऑफ मेरिट’’ पुरस्कार प्रदान किया। मोदी को सर्वोच्च सम्मान ‘चीफ कमांडर ऑफ द लीजन ऑफ मेरिट’ पुरस्कार दिया गया, जो केवल सरकार या राष्ट्र प्रमुख को दिया जाता है। उन्हें यह पुरस्कार उनके बेहतरीन ‘‘नेतृत्व और दूरदृष्टि के लिए दिया गया, जिसने भारत को वैश्विक शक्ति के तौर पर उभरने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ाया है और वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए अमेरिका एवं भारत की रणनीतिक साझेदारी को मजबूत’’ किया है।
ओ’ब्रायन ने एक अन्य ट्वीट में बताया कि ट्रंप ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे को भी लीजन ऑफ मेरिट से सम्मानित किया। अमेरिका से पहले प्रधानमंत्री मोदी को कई अन्य देश भी अपने सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित कर चुके हैं। इनमें 2016 में सऊदी अरब द्वारा दिया गया ‘ऑर्डर ऑफ अब्दुलअजीज अल सऊद’, ‘स्टेट ऑर्डर ऑफ गाजी अमानुल्लाह खान’ (2016), ‘ग्रैंड कॉलर ऑफ स्टेट ऑफ फलस्तीन अवार्ड (2018), संयुक्त अरब अमीरात के ‘ऑर्डर ऑफ जायद अवार्ड’ (2019), रूस के ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू’ (2019) और मालदीव के ‘ऑर्डर ऑफ डिज्टिक्ग्विश्ड रूल ऑफ निशान इज्जुद्दीन’ (2019) पुरस्कार शामिल हैं। लगातार पीएम मोदी को तमाम देश सम्मान दे रहे हैं। ये भारत के लिए गर्व की बात है।