नई दिल्ली। गुरुवार दोपहर जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए बड़े आत्मघाती हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस आतंकी हमले में 44 जवान शहीद हो गए। पुलवामा में हुए आंतकी हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है।
जैश का आतंकी आदिल अहमद उर्फ वकास विस्फोटकों से भरी गाड़ी लेकर जवानों की बस से टकरा गया और देखते ही देखते इस हमले में 44 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए। दूसरी तरफ इस आंतकी हमले में अपना हाथ होने से पाकिस्तान ने इनकार किया है।
पाकिस्तान की तरफ से कहा गया है कि भारतीय मीडिया और सरकार की तरफ से बिना जांच के पुलवामा आतंकवादी हमले के लिए पाकिस्तान को दोषी ठहराने की कोशिश की जा रही है, हम इन आरोपों को खारिज करते हैं। पाकिस्तान सरकार ने कहा कि कश्मीर के पुलवामा में हमला एक गंभीर चिंता का विषय है।
पाकिस्तान की तरफ से कहा गया है, ‘हमने दुनिया में कहीं भी ऐसे हमलों की हमेशा निंदा की है। हम भारतीय मीडिया और सरकार के आरोपों खारिज करते हैं जो बिना जांच के पाकिस्तान को पुलवामा हमले से जोड़ना चाहते हैं।’
जैश आतंकी मौलाना मसूद अजहर को पनाह देने के लिए भारत ने पाकिस्तान पर हमला किया था। पुलवामा आतंकवादी हमले को लेकर भारत ने पाकिस्तान से आतंकवादियों को सहयोग देना बंद करने और उसकी जमीन से संचालित हो रहे आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करने की मांग की है।
गुरुवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में नींद उड़ा देने वाले आतंकी हमले में 44 जवान शहीद हो गए हैं। ये सभी जवान अपनी छुट्टी से ड्यूटी पर वापस लौट रहे थे। जैश-ए-मोहम्मद के हमलावर ने जवानों के काफिले को निशाना बनाया और देखते ही देखते यह हमला घाटी में हुए सबसे बड़े आतंकी हमलों में तब्दील हो गया।