बिज़नेस डेस्क। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आईएलऐंडएफएस में कथित वित्तीय गड़बड़ियों को लेकर अपनी जांच के सिलसिले में कंपनी के दो पूर्व अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया। ईडी के अधिकारियों ने कहा कि कंपनी के पूर्व प्रबंध निदेशक अरुण कुमार साहा एवं ट्रांसपोर्टेशन नेटवर्क के पूर्व प्रबंध निदेशक के रामचंद को बुधवार देर शाम धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मुंबई से गिरफ्तार कर लिया गया। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मामले में यह पहली गिरफ्तारी है।
ईडी ने कर्ज संकट मामले में मुंबई में की छापेमारी
अधिकारियों ने बताया कि दोनों को गुरुवार को मुंबई में एक विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया जाएगा। इससे पहले गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) के दो अधिकारियों, आरसी बावा और हरि शंकरण को गिरफ्तार कर चुकी है। दोनों अभी न्यायिक हिरासत में हैं।
एसएफआईओ ने 30 मई को मुंबई की एक स्पेशल कोर्ट में 800 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें कंपनी के ऑडिटर्स बीएसआर ऐंड कंपनी और डेलॉयट हैस्किन्स ऐंड सेल्स (डीएचएस), ऑडिट कमिटी मेंबर्स और इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स के भी नाम हैं। एजेंसी ने उन्हें कंपनी ऐक्ट और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की कुछ निश्चित धाराओं के तहत आरोपी बनाया है।
IL&FS के पूर्व अधिकारियों ने ली थी रिश्वत
ईडी ने इस साल फरवरी में मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज कराया था और अतिरिक्त साक्ष्य जुटाने के लिए कई पूर्व अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। पिछले साल सितंबर में समूह की कंपनियों द्वारा लोन रीपेमेंट में चूक करने के बाद आईएलऐंडएफएस से जुड़ी वित्तीय अनियमितताओं का मामला प्रकाश में आया था।