कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री और राज्य में जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष सिद्दीकउल्ला चौधरी ने नागरिकता कानून (सीएए) के मुद्दे पर गृह मंत्री अमित शाह को धमकी दी है। चौधरी ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार सीएए वापस नहीं लेता, तो हम शाह को कोलकाता एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने देंगे। वे जब भी यहां आएंगे, हम उन्हें रोकने के लिए एक लाख लोग एयरपोर्ट के बाहर इकट्ठा कर देंगे। चौधरी ने कहा कि सीएए मानवता के साथ देश के उन नागरिकों के खिलाफ है, जो वर्षों से यहां रह रहे हैं।
पश्चिम बंगाल में पुस्तकालय सेवा मंत्री चौधरी ने कहा कि जमीयत का प्रदर्शन लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण होगा। हम हिंसक प्रदर्शन पर भरोसा नहीं करते, लेकिन सीएए और एनआरसी का कड़ाई से विरोध होगा। उन्होंने कहा, “लोगों ने भाजपा को पहले ही नकार दिया है। देशभर में हो रहे प्रदर्शन को देखा जाए तो यह समझ आता है।
प्रधानमंत्री के 56 इंच के सीने ने लोगों को नीचा दिखाया
रानी रसमोनी एवेन्यू पर भाषण के दौरान चौधरी ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के 56 इंच के सीने ने देशवासियों को नीचा दिखाया है। वे नफरत और बांटने की राजनीति कर रहे हैं। वे (मोदी और शाह) लोगों पर एक एजेंडा लादने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें चर्चा और बातचीत पर भरोसा नहीं है। हम उन्हें ऐसा नहीं करने देंगे। चौधरी ने रैली के दौरान ही सीएए और एनआरसी पर विरोध के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का शुक्रिया जताया।
पहले भी ऐसे धमकी दे चुके हैं सिद्दीकउल्ला चौधरी: पश्चिम बंगाल भाजपा
चौधरी की धमकी पर जवाब देते हुए पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि जमीयत के अध्यक्ष पहले भी ऐसे भड़काऊ बयान दे चुके हैं। उन्हें इस मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मौन समर्थन हासिल है। घोष ने व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा, “आखिर कैसे कोई मंत्री इस तरह धमकी दे सकता है। अगर वे (शाह, मोदी) शहर में आने-जाने से रोके जाते हैं, तो बाकी का क्या होता होगा। तृणमूल को आग से खेलना बंद करना चाहिए।”
घोष ने कहा कि ममता बनर्जी और चौधरी ने पहले 13 दिसंबर से लेकर तीन दिनों तक सीएए का हिंसापूर्ण विरोध करने का मौका दे दिया था। अगर चौधरी इस तरह की भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल करेंगे, तो पश्चिम बंगाल की जनता उन्हें करारा जवाब देगी।