गाजियाबाद। फेसबुक की मदद से 14 साल बाद एक बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधेगी। किशोरी जब 3 साल की थी, तब भाई और पिता से अलग हो गई थी। काजल ने बताया कि 2005 में मैं जब 3 साल की थी, तब मम्मी ने पापा और बड़े भाई अभिषेक को छोड़कर दूसरी जगह शादी कर ली। मुझे अपने साथ गोविंदपुरी में रखा और दोनों मुझे परेशान करने लगे। मैंने अपने भाई और पापा को ठीक से भी नहीं देखा था। भाई को कभी राखी भी नहीं बांधी। एक दिन बात करते हुए मम्मी ने भाई का नाम बताया। मैंने फेसबुक पर भाई की आईडी सर्च की और नंबर निकालकर संपर्क किया। इसके बाद भाई मुझे लेने आ गया। सोमवार को मामला पुलिस तक पहुंचा तो एसएचओ संजीव शर्मा ने एसडीएम कोर्ट में किशोरी के बयान दर्ज कराकर भाई के साथ भेज दिया।
मां की वजह से हुए अलग
एसएचओ ने बताया कि दिल्ली के रहने वाले एक शख्स की पत्नी ने 2005 में मोदीनगर के एक युवक से कोर्ट मैरिज कर ली थी। महिला अपने 11 साल के बेटे को पति के पास छोड़कर 3 साल की बेटी को साथ ले गई थी। दूसरी शादी के बाद से सौतेला पिता और मां बच्ची को प्रताड़ित करने लगे थे। अब लड़की 17 साल की है और बीए में पढ़ रही है। सोमवार को भाई से संपर्क करने के बाद दोनों कोतवाली आए और पूरी बात बताई।
ऐसे लगाया भाई का पता
किशोरी ने बताया कि एक दिन मां ने बातों-बातों में भाई और पिता का नाम बता दिया। तबसे वह भाई को फेसबुक पर सर्च करने लगी। सोमवार को उसने कई फेसबुक आईडी पर मिले नंबरों पर बारी-बारी से कॉल किया और भाई का पता लगा लिया।
एसडीएम कोर्ट में बयान हुए दर्ज
पुलिस ने बताया कि किशोरी अभी नाबालिग है। उसने भाई और पिता के साथ रहने की इच्छा जताई, इसलिए उसे एसडीएम कोर्ट में बयान दर्ज कराने के बाद भाई के साथ दिल्ली भेज दिया। अब दोनों भाई-बहन 14 साल बाद 15 अगस्त पर रक्षाबंधन मनाएंगे।
बेटी के जाने से रोने लगी मां
जब मां को बेटी के जाने की बात पता चली तो वह रोने लगी। हालांकि, बेटी ने मां के साथ रहने से इनकार कर दिया। दोनों भाई-बहन ने फेसबुक को धन्यवाद भी किया।