इंटरनेशनल डेस्क। सार्वजनिक तौर पर मोटा चंदा देने का वादा करने वाले अरबपति उद्योगपतियों ने नोट्रेडेम के पुनर्निमाण के लिए अब तक एक भी पैसा नहीं दिया है। चर्च और कारोबार से जुड़े अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इन उद्योगपतियों की बजाय मुख्य रूप से अमेरिकी नागरिकों ने फ्रेंड्स ऑफ नोट्रेडेम फाउंडेशन के जरिए कैथेड्रल में 15 अप्रैल को लगी आग के बाद से यहां काम कर रहे करीब 150 मजदूरों का वेतन दिया है।
इस आग में कैथेड्रल की छत और शिखर पूरी तरह तबाह हो गया था। इस महीने वह कैथेड्रल के पुनर्निमाण के लिए 36 लाख यूरो का पहला भुगतान कर रहा है। नोट्रेडेम में वरिष्ठ प्रेस अधिकारी आंद्रे फिनोट ने कहा, ‘बड़े दान देने वालों ने अब तक चंदा नहीं दिया है, एक चवन्नी भी नहीं।’
उन्होंने बताया, ‘वे जानना चाहते हैं कि उनका पैसा असल में कहां खर्च हो रहा है। वे पैसा देने से पहले इस पर सहमत होना चाहते हैं कि ये सिर्फ कर्मचारियों के वेतन के भुगतान के लिए नहीं हो।’ फ्रांस के कुछ सबसे अमीर एवं सबसे ताकतवर परिवारों एवं कंपनियों ने करीब एक अरब डॉलर चंदा देने का वादा किया था लेकिन इनकी ओर से अब तक कोई भुगतान नहीं किया गया।
आग लगने के दो महीने बाद शनिवार को यहां पहली बार मास (प्रार्थना) का आयोजन किया जा रहा है। सुरक्षा कारणों से पेरिस के आर्चबिशप माइकल ऑपेतित की अगुवाई में बेहद छोटे स्तर पर मास का आयोजन किया जा रहा है। मास के दौरान सभी पादरी पारंपरिक वेशभूषा में होंगे। सुरक्षा के लिए आम नागरिकों को हेल्मेट पहनने का निर्देश दिया है।