नई दिल्ली। राजधानी के बसई दारापुर में बेटी से छेड़छाड़ के विरोध पर बिजनसमैन और उनके बेटे को जब कुछ लोगों ने बीच गली में ताबड़तोड़ चाकू मारे तो आरोपियों के धर्म के आधार पर घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिशें हुईं, लेकिन यह तथ्य भी सामने आया है कि हमले के दौरान एक मुस्लिम परिवार ने दिलेरी दिखाई थी, जिससे हमलावरों को भागना पड़ा।
हमले के दौरान एक मुस्लिम परिवार ने दिलेरी दिखाई
घटना के दौरान किसी की हिम्मत आगे आने की नहीं हुई, लेकिन रियाज अहमद और उनके पिता मोहम्मद मुर्तजा ने खून से लथपथ 51 वर्षीय बिजनसमैन और बेटे को बचाया। रियाज उन्हें अस्पताल ले जाने लगे, तब भी हमलावरों ने रास्ता रोका था। उनसे बचाकर रियाज ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां बिजनसमैन ने सोमवार सुबह दम तोड़ दिया। 19 वर्षीय बेटे की हालत गंभीर है।
मोहम्मद मुर्तजा के परिवार की दिलेरी की तारीफ हो रही है। आरोप है कि शनिवार देर रात पिता-पुत्र को 11 लोगों ने घेरकर चाकू बरसाए थे, जिनमें 4 महिलाएं भी थीं। मुख्य आरोपी, उसके दो भाई और पिता पकड़े जा चुके हैं।