बिहार। बिहार में जबसे सुशासन बाबू ने दूसरी राह पकड़ी है तबसे बिहार की कानून व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। अपराधियों के हौसले इतने बढ़ गये हैं कि सरेराह गोली मार दे रहे हैं और पुलिस कुछ नहीं कर पा रही है। बिहार के बेगूसराय में मंगलवार शाम जो कुछ हुआ वह सुशासन के दावों पर सबसे बड़ा सवाल है। हम आपको बता दें कि बेगूसराय जिले में एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए दो लोगों ने मंगलवार शाम को सड़क से गुजरने के दौरान अलग-अलग स्थानों पर गोलीबारी की, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि 11 अन्य घायल हो गए हैं जिनमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि बाइक सवार बदमाशों ने 30 किलोमीटर के दायरे में गोलियां चलाईं और जो भी रास्ते में दिखा उसे गोली मार दी। हम आपको बता दें कि अब तक ऐसे वाकये पश्चिमी देशों खासकर अमेरिका में देखने को मिले हैं। भारत में मास फायरिंग का यह पहला मामला बताया जा रहा है।
उधर, यह मामला अब राजनीतिक रूप से भी तूल पकड़ चुका है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह जोकि बेगूसराय से लोकसभा सांसद भी हैं, उन्होंने आरोप लगाया है कि बिहार में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गयी है। उन्होंने कहा है कि मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाना चाहिए और अब नीतीश सरकार को पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है।
उधर, इस मामले में अब तक हुई कार्रवाई की बात करें तो एसपी ने इस मामले में पुलिस की लापरवाही मानते हुए सात पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस मामले में समस्तीपुर से दो संदिग्धों को अब तक गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि सीसीटीवी फुटेज में बछवाड़ा इलाके में दो लोगों को मोटरसाइकिल पर सवार होकर जाते हुए देखा गया है। उन्होंने बताया है कि मृतक की पहचान 30 वर्षीय चंदन कुमार के तौर पर की गई है। चंदन कुमार पंचायत समिति के सदस्य थे।
हम आपको बता दें कि बाइक सवार बदमाशों ने बरौनी तापघर चौक, बरौनी, तेघरा, बछवाड़ा और राजेंद्र पुल के पास अंधाधुंध गोलीबारी की जिससे कुछ समय के लिए इलाके में दहशत हो गयी। भाजपा ने इस घटना के विरोध में आज बेगूसराय बंद भी बुलाया है। इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने भी कहा है कि बिहार के इतिहास में यह अपने प्रकार की पहली घटना है।