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भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के बीच वाकयुद्ध छिड़ा

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नई दिल्ली। आबकारी नीति मामले को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आम आदमी पार्टी के बीच वाकयुद्ध छिड़ा हुआ है। सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल सरकार में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर शुक्रवार को छापेमारी की थी और फिर रविवार को मनीष सिसोदिया के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हुआ। जिसको लेकर मनीष सिसोदिया ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोला।

इसी बीच भाजपा ने पलटवार करते हुए मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी को भ्रष्टाचारी बताया। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि देश की जनता कह रही है कि अगर कोई सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी कोई है तो वो मनीष सिसोदिया और आम आदमी पार्टी है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने केजरीवाल सरकार से सवाल पूछे कि अगर आम आदमी पार्टी की आबकारी नीति सही थी तो वापस क्यों ली गई ? जवाब आया कि विदेशी समाचार न्यूयॉर्क टाइम्स पत्रिका कहती है कि आम आदमी पार्टी का शिक्षा मॉडल बड़ा अच्छा है।

गौरव भाटिया ने कहा कि कोविड की दूसरी लहर आई, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा पूरे देश के साथ खड़ी हो गई, दवाई सुनिश्चित की गई, अस्पतालों की व्यवस्था सुधारी गई। केजरीवाल जी को उस समय दवाई, बेड और ऑक्सीजन व्यवस्था पर ध्यान देना था, लेकिन वो भ्रष्टाचारी कलम आबकारी नीति पर दस्तखत में लगी थी। उन्होंने कहा कि आज भारत की जनता कह रही है- ‘आप’ नहीं ‘पाप’ है, भ्रष्टाचारियों का बाप है और जनता के लिए अभिशाप है।

उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को जनता को जवाब देना चाहिए। आपने प्रथम दृष्टया भ्रष्टाचार किया, बड़ा घोटाला किया ये आपत्तिजनक है, चिंताजनक है। कोविड महामारी के समय दिल्ली को शराब ना मिलती तो चल जाता, लेकिन केजरीवाल सरकार का साथ मिल जाता ये जरूरी था।

उन्होंने कहा कि आज अरविंद केजरीवाल मॉडल का मतलब है – आईएसआई मार्क की गारंटी से ज्यादा बड़ी गारंटी अरविंद केजरीवाल की करप्शन गारंटी। ‘आप’ की दो प्रदेशों में सरकार, दो स्वास्थ्य मंत्री, दोनों भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में हैं। अरविंद केजरीवाल की सरकार में 100 प्रतिशत भ्रष्टाचार।

इसी बीच भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि स्वतंत्र भारत में पहली बार ये देखा गया है कि वही शिक्षा मंत्री हैं और वही शराब मंत्री हैं। केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति नहीं है, ये पापकारी नीति है, ये भ्रष्टाचारी नीति है, ये अत्याचारी नीति है।

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