नई दिल्ली। वर्ल्ड कप शुरू से पहले तक आपने शायद क्रिकेटर जयकिशन प्लाहा का नाम नहीं सुना होगा, लेकिन अब शायद जान जाएं कि वह कौन हैं। भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के मुकाबले से पहले ओवल के मैदान पर उनके सिर में डेविड वॉर्नर के एक शॉट से चोट लग गई थी। तब से वह सुर्खियों में बने हुए हैं। एक इंग्लिश क्लब के लिए खेलने वाले भारतीय मूल के ब्रिटिश क्रिकेटर को इस घटना के बाद स्ट्रेचर की मदद से बाहर ले जाया गया था।
अब हमारी सहयोगी वेबसाइट टाइम्स ऑफ इंडिया डॉट कॉम से बात करते हुए 23 वर्षीय प्लाहा ने बताया है कि किस तरह से अचानक उनके सिर पर आकर लगी बॉल ने उनकी जिंदगी को बदल दिया। प्लाहा ने लंदन से बताया, ‘वॉर्नर चिल्लाए, ‘ओह लॉर्ड, नो।’ उन्होंने कहा कि पिच पर गिरने से पहले मैंने दूसरे छोर से यही बात सुनी।
गेंद की तेज गति से लगी चोट
उन्होंने कहा, ‘वह एक बार बाहर आती गेंद थी और उन्होंने आर्क बनाते हुए शॉट खेला। तेज गति से गेंद मेरे सिर पर आकर लगी। इससे पहले कि मैं सिर झुका लेता, वह एकदम तेजी से मेरे सिर पर लगी।’ प्लाहा ने बताया, ‘इस हादसे के बाद पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम, फिजियो और डॉक्टर मेरे पास आए। मुझे स्ट्रेचर पर फील्ड से बाहर निकाला और अस्पताल ले गए।’
2014 में मैच के दौरान ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर फिलिप ह्यूज की मौत को याद करते हुए प्लाहा ने कहा, ‘वे लोग जब हॉस्पिटल में मुझे देखने आए तो उनके चेहरे पर खासा तन3व था। वॉर्नर, लैंगर, मैक्सवेल, स्मिथ समेत ज्यादातर प्लेयर मेरा हाल जानने आए। इसकी वजह शायद कुछ साल पहले हुआ हादसा ही थी।’
प्लाहा ने लंदन के अस्पताल में गुजारी चार रात
प्लाहा ने कहा कि वॉर्नर ने मुझे गले लगाते हुए सॉरी कहा। लंदन के अस्पताल में चार रातें गुजारने के बाद 23 वर्षीय प्लाहा को एक बार फिर से वॉर्नर ने ओवल बुलाया था। श्रीलंका के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के मैच से पहले वॉर्नर ने टीम के अन्य साथियों के साथ उनसे मुलाकात की और अपने ऑटोग्राफ वाली एक जर्सी भी भेंट की थी।
तेज गेंदबाज प्लाहा ने कहा, ‘उस क्षण को मैं अपनी जिंदगी में कभी नहीं भूलूंगा। पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम उस वक्त मौजूद थी। वॉर्नर ने मेरा नाम पुकारा और मुझे ऑस्ट्रेलियाई जर्सी दी। इस जर्सी पर पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम के ऑटोग्राफ थे। मैं बेहद खुश था। मेरे जैसे युवा क्रिकेटर के लिए यह क्षण अविश्वसनीय और गौरवपूर्ण था।’