ट्रेवल डेस्क। अगर आपको किसी ऐसी जगह जाने का मौका मिले, जो आपको न सिर्फ पौराणिक कथाओं से जोड़ता हो। वैसे तो हमारी देश में ऐसी कई जगहें जहां पर भारतीय इतिहास और हमारी संस्कृति को देखकर हम गौरव महसूस करते हैं लेकिन हम आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताने जा रहे हैं जो केरल की बेइंतहा खूबसूरत वादियों में बसी है। इसके अलावा इस जगह को विश्व की सबसे बड़ी मूर्ति का भी श्रेय मिला है। साथ ही इससे जुड़ी और भी कुछ बातें हैं, जिन्हें जानने के बाद आप भी केरल के कोल्लम जाने के लिए बेताब हो जाएगें।
10 साल के लम्बे समय में बनकर तैयार हुआ पार्क
हम बात कर रहे हैं कोल्लम के जटायु नेचर पार्क की। इस पार्क को बनाने में 10 साल का लंबा समय लगा था। इसमें स्थापित की गई जटायु स्कल्पचर की चौड़ाई 150 फीट ऊंचाई 70 फीट और लंबाई 200 फीट है। यानी कि यह पार्क कुल 30 हजार स्क्वायर फीट में फैला है।
पौराणिक महत्त्व को दर्शाता
जटायु नेचर पार्क को बनाने के पीछे इसका पौराणिक महत्व बताया जाता है। जिस तरह से मां सीता को बचाने के लिए रावण से युद्ध करते वक्त जटायु का एक पंख कट गया था। उसी तरह इस मूर्ति का भी एक पंख नहीं बनाया गया है। जटायु नेचर पार्क की खूबसूरती वहां से दिखने वाले नजारों की वजह से और भी बढ़ जाती है। पार्क की ऊंचाई से वेस्टर्न घाट की वादियां साफ नजर आती हैं। यह उसकी खूबसूरती में चार चाँद लगा देतीं हैं।