कन्याकुमारी। कन्याकुमारी में आज से कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा शुरू हुई है। भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत राहुल गांधी ने की है। राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। हालांकि, राहुल गांधी के साथ 118 अन्य यात्री बृहस्पतिवार को विधिवत रूप से भारत जोड़ो यात्रा की पैदल मार्च के साथ शुरुआत करेंगे। इस भारत जोड़ो यात्रा को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का भी बयान सामने आ गया है। भारत जोड़ो यात्रा को सोनिया गांधी ने कांग्रेस के लिए ऐतिहासिक अवसर बताया है। इसके साथ ही कहा है कि वह इसमें पूरी भावना के साथ शामिल होंगी। अपने बयान में सोनिया गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा भारतीय राजनीति के लिए एक परिवर्तनकारी क्षण है। उन्हें इस बात की भी उम्मीद है कि भारत जोड़ो यात्रा उनकी पार्टी के संगठन के लिए संजीवनी का काम करेगी।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने बयान में कहा कि यह गौरवशाली विरासत वाली हमारी महान पार्टी के लिए ऐतिहासिक अवसर है। आपको बता दें कि कांग्रेस पार्टी की यह भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से शुरू होकर कश्मीर में समाप्त होगी। इस दौरान 3500 किलोमीटर की पैदल मार्च होगी जिसमें 150 दिन लगेंगे। माना जा रहा है कि कांग्रेस संगठन में जान फूंकने के लिए पार्टी की ओर से यह कवायद की गई है। यही कारण है कि सोनिया गांधी भी इस यात्रा को लेकर बहुत उत्साहित है। आपको बता दें कि सोनिया गांधी फिलहाल चिकित्सा जांच के लिए विदेश में हैं। हाल में ही सोनिया गांधी की मां का निधन भी हो गया था।
राहुल गांधी का बयान
भारत जोड़ो यात्रा की शुरूआत करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मुझे तमिलनाडु आकर बहुत खुशी होती है। मुझे भारत जोड़ो यात्रा यहां से शुरू करते हुए बेहद खुशी है। आज़ादी के इतने साल बाद भी सिर्फ कांग्रेस ही नहीं भारत के करोड़ों लोग भारत जोड़ो यात्रा की जरूरत महसूस कर रहे हैं। भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि ED, CBI, आयकर विभाग से वे विपक्ष को डरा सकते हैं। चाहे कितने भी घंटों तक पूछताछ की जाए, विपक्ष का एक भी नेता भाजपा से डरने वाला नहीं है। राहुल ने कहा कि भाजपा को लगता है कि वे इस देश को धार्मिक आधार पर, भाषा के आधार पर बांट सकते हैं। भारत जोड़ो यात्रा को भारत के लोगों की आवाज़ को सुनने के लिए डिजाइन किया गया है। हम RSS और भाजपा की तरह भारत के लोगों की आवाज़ को दबाना नहीं चाहते, हम भारत के लोगों को सुनना चाहते हैं