ट्रेवल डेस्क। शांतिपूर्ण माहौल, पहाड़ और बढ़िया हॉस्पिटैलिटी के चक्कर में भूटान लंबे वक्त से टूरिस्ट्स की पसंदीदा जगह बना हुआ है। इतना ही नहीं इन सबकी कीमत भी काफी कम चुकानी पड़ती है। हालांकि यहां बढ़ते हुए टूरिस्ट्स खासतौर पर इंडियन टूरिस्ट्स को देखते हुए भूटान सरकार योजना बना रही है कि वहां कुछ खास टूरिस्ट्स ही आ सकें।
कई फॉरेन ट्रैवल फर्म्स ने अपनी लिस्ट से हटाया भूटान
रिपोर्ट्स की मानें तो भूटान में बढ़ते हुए टूरिस्ट्स की संख्या को देखते हुए कई फॉरेन ट्रैवल फर्म्स ने अपने प्रॉडक्ट की लिस्ट से भूटान को हटा दिया है। इसकी वजह यह है कि यह भीड़भाड़ वाली जगह बन चुका है। साथ ही जो लोग ज्यादा पैसा खर्च करके आते हैं उन्हें भी शिकायत रहती है कि ज्यादा पैसे देने के बाद भी उन्हें होटल वगैरह मिलने में दिक्कत होती है वहीं भारत, मालदीव और बांग्लादेश के टूरिस्ट्स को होटल सस्ते दामों में मिल जाते हैं।
खोती जा रही भूटान की शांति
इसके अलावा जिस शांति और सुकून की तलाश में पर्यटक वहां जाते ते वह भी भीड़-भाड़ के चलते खोती जा रही है। खबरों के मुताबिक यह सब देखते हुए भूटान सरकार हर साल आने वाले टूरिस्ट्स के लिए कुछ शर्तें लागू करने जा रही है साथ ही भारत, बांग्लादेश औऱ मालदीव से आने वाले पर्यटकों पर पे कमिशन की तरह से तय किया गया कुछ टैक्स भी लगेगा।