पश्चिम बंगाल। पश्चिम बंगाल में भाजपा जबरदस्त तरीके से ममता बनर्जी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। पिछले दिनों भाजपा की ओर से नबन्ना रैली निकाली गई थी। इस दौरान जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया था। हालांकि, कई जगह भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हिंसक झड़प हुई। भाजपा का आरोप है कि ममता बनर्जी ने पुलिस को हमारे कार्यकर्ताओं के खिलाफ एक्शन के लिए खुली छूट दे रखी है। भाजपा ने यह भी कहा है कि ममता बनर्जी विरोध की आवाज को दबाना चाहती है। इसलिए वह पुलिस का इस्तेमाल कर रही हैं। भाजपा के मुताबिक उसके कई कार्यकर्ता जख्मी हुए हैं। एक बार फिर से आज भी भाजपा पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार के खिलाफ हल्ला बोल की तैयारी में है।
इन सबके बीच नबन्ना अभियान के दौरान हुई हिंसा को लेकर भाजपा सक्रिय हो गई है। भाजपा ने इसके लिए एक जांच कमेटी का ऐलान कर दिया है। 5 सदस्य जांच कमेटी पश्चिम बंगाल का दौरा करेगी और ममता सरकार द्वारा पार्टी कार्यकर्ताओं पर करवाए गए हमलों की जांच करेगी। इसको लेकर भाजपा की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी किया गया है इसमें साफ तौर पर कहा गया है कि भाजपा पश्चिम बंगाल में पार्टी कार्यकर्ताओं की निर्मलता से पिटाई जैसी हिंसक घटना पर गहरी चिंता एवं भर्त्सना व्यक्त करती है। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल सरकार से दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही एवं सुदृढ़ कानून व्यवस्था स्थापित करने की भी मांग की गई है।
वहीं, भाजपा ने पूरे घटना की जांच के लिए 5 सदस्य टीम को गठित किया है। इसमें भाजपा सांसद और पूर्व पुलिस महानिदेशक बृजलाल, कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर, अपराजिता सारंगी, सुनील जाखड़ और समीर उरांव शामिल हैं। यह कमेटी भाजपा के नबन्ना चलो अभियान के दौरान हुई हिंसा के मध्य नजर जेपी नड्डा द्वारा गठित की गई है जो पश्चिम बंगाल में घटनास्थल का दौरा करेगी और घटना से जुड़ी जानकारी एकत्रित करने के बाद नेतृत्व के समक्ष पेश करेगी।