मुंबई। मुंबई और आसपास के तटवर्ती क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश का अनुमान लगाते हुए मौसम विज्ञान विभाग ने अगले दो दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जिसका मतलब यहां भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञान के मुताबिक, इस बार मुंबई में सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग मुंबई की वरिष्ठ निदेशक ने बताया कि रत्नागिरी जिले में शुक्रवार को अत्यधिक भारी वर्षा होने और शनिवार को रायगढ़ में ऐसी भी बारिश होने का अनुमान है। गौरतलब है कि रत्नागिरी जिले में पिछले महीने आये चक्रवातीय तूफान निसर्ग से भी काफी नुकसान हुआ था। उन्होंने बताया कि मुंबई के कुछ इलाकों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा होने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार 24 घंटे में 64.5 मिलीमीटर से 115.5 मिलीमीटर के बीच हुई वर्षा को भारी और 115.5 मिलीमीटर से 204.5 मिलीमीटर के बीच हुई बारिश को अत्यधिक भारी वर्षा माना जाता है।
दो दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार और शनिवार के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन और लोगों से सतर्क रहने को कहा गया है। इस बीच मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट के मद्देनजर मुंबई पुलिस ने लोगों से अनुरोध किया है कि वे घरों से बाहर ना निकलें। शहर पुलिस ने ट्वीट किया है कि अत्यधिक बारिश का अलर्ट। मौसम विभाग ने मुंबई में शुक्रवार और शनिवार को कई जगहों पर भारी से अत्यधिक भारी वर्षा का अनुमान जताया है। सभी लोगों को घर के भीतर रहने, अकारण बाहर नहीं निकलने और जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी जाती है।
क्या है ऑरेंज अलर्ट?
मौसम विभाग बारिश के अनुमान के हिसाब से कलर कोडेड अलर्ट जारी करता है। ‘रेड’ अलर्ट का मतलब बहुत ज्यादा भारी बारिश (204 मिलीमीटर से ज्यादा) की संभावना है। ‘ऑरेंज’ अलर्ट का मतलब अथॉरिटीज को किसी आपात स्थिति के लिए सावधान रहना है। इस अलर्ट का यह भी मतलब है कि भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक 15.6mm से 64.4mm तक की बारिश ‘मॉडरेट’ मानी जाती है। 65.5mm से 115.5mm बारिश को ‘भारी’ और 115.6mm से 204.4mm बारिश को ‘बहुत भारी’ की कैटेगरी में रखा जाता है। बहुत ज्यादा भारी बारिश 204.5mm से ज्यादा रेनफॉल पर मानी जाती है।
मॉनसून के लिए नया सिस्टम लॉन्च
मौसम विभाग ने मुंबई की खातिर नया इंपेक्ट बेस्ड फॉरकास्ट सिस्टम लॉन्च किया है। यह बारिश की जानकारी देगा जिसके हिसाब से दिल्ली के लोग बाहर निकलने का शेड्यूल बना सकते हैं। इस सिस्टम को कलर कोडिंग पर बेस्ड रखा गया है। इसमें चार रंगों में बारिश को डिवाइड किया गया है। ग्रीन कलर का मतलब कोई रिस्क नहीं है, यलो कलर का मतलब बारिश का बेहद कम रिस्क है। ऑरेंज का मतलब थोड़ी सावधानी बरतनी होगी। रेड कलर अलर्ट का मतलब है कि बाहर निकलने से परहेज करें तो अच्छा है।