लखनऊ: योगी सरकार कानपुर मुठभेड़ केस के बाद एक्शन में आ गई है.यूपी पुलिस को प्रदेश के माफियाओं की हिट लिस्ट तैयार करने को कहा है. आदेश में कहा गया है कि कोई भी माफिया हो चाहे वो जेल में बंद हो या बाहर हो सभी के नाम को हिट लिस्ट में शामिल किया जाए.
बता दें कि यूपी पुलिस ने हिट लिस्ट तैयार कर ली है. इसमें प्रदेश के शूटरों, बदमाशों समेत कई बाहुबली राजनेताओं के नाम भी शामिल हैं। योगी सरकार ने आदेश दिया है कि अब राजनीतिक हो या माफिया सभी पर सख्त कार्रवाई की जाए। .
इसमें बाकायदा अपराधी का नाम, पता लिखा गया है और उसके खिलाफ कार्रवाई हुई है या नहीं ये भी लिखा है. इसके अलावा अपराधी वर्तमान में किस जेल में बंद है या फिर जमानत पर बाहर है लिखा हुआ है. इस हिट लिस्ट को एसटीएफ से मिली जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है.
यूपी पुलिस की इस हिट लिस्ट में आजमगढ़ के बाहुबली नेता और बीएसपी सांसद मुख्तार अंसारी, प्रयागराज के बाहुबली नेता अतीक अहमद और गौतम बुद्ध नगर के अनिल भाटी का नाम भी शामिल है.यूपी पुलिस की इस हिट लिस्ट में कुल 25 नाम शामिल हैं।
इसके अलावा हिट लिस्ट में उमेश राय, त्रिभुवन सिंह, खान मुबारक, मोहम्मद वसीम, मोहम्मद सोहराब, मोहम्मद रुस्तम, बृजेश कुमार सिंह, सुभाष सिंह ठाकुर, ध्रुव कुमार सिंह, मुनीर, संजीव महेश्वरी, सुंदर भाटी, अनिल दुजाना, सिंह राज भाटी, सुशील, अंकित गुर्जर, अमित कसाना, आकाश जाट, ऊधम सिंह, योगेश भदौड़ा, अजीत उर्फ हप्पू, लल्लू यादव, अजय सिंह, रमेश सिंह, संजीव द्विवेदी, मुलायम यादव, राजेश यादव, बच्चा पासी, दिलीप मिश्रा और ओम प्रकाश श्रीवास्तव का नाम शामिल है.
कानपुर मुठभेड़ केस में चौबेपुर थाना प्रभारी विनय तिवारी को आईजी मोहित अग्रवाल ने किया सस्पेंड कर दिया है. कानपुर के चौबेपुर में शुक्रवार को हुए घटनाक्रम के मामले में एसओ विनय तिवारी की भूमिका संदिग्ध है. आईजी ने कहा कि संदिग्ध भूमिका आने पर जांच में मुकदमा भी लिखा जाएगा और जेल भेजा जाएगा. चौबेपुर थानाध्यक्ष विनय तिवारी से एसटीएफ की पूछताछ जारी है. तिवारी पर गोपनीय सूचना लीक करने का आरोप है. पुष्पराज सिंह को चौबेपुर थाने का चार्ज दिया गया है.
बता दें कि कानपुर में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हुए हमले के बाद योगी सरकार ने अपराधियों से निपटने का मूड बना लिया है. कानपुर हत्याकांड में सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी. अभी यूपी पुलिस की 100 टीमें पूरे प्रदेश में विकास दुबे को तलाश रही हैं.
यूपी STF के द्वारा सभी चश्मदीद और जो संदेह के घेरे में हैं. उनसे पूछताछ की जा रही है. विनय तिवारी पर इसलिए भी ज्यादा संदेह गहराया क्योंकि वह विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम में सबसे पीछे थे. जब पुलिस पर बदमाशों ने हमला किया तो वह मौके से भाग निकले.