इंटरनेशनल डेस्क। ईरान ने बुधवार अल सुबह अमेरिका से बदला लिया। ईरान ने अमेरिकी सैन्य ठिकाने पर एक के बाद एक 22 मिसाइलें दागकर सुपरपावर अमेरिका पर जोरदार पलटवार किया। ईरान ने यह हमला अपने जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद बदले की कार्रवाई के तहत किया है। इस मिसाइल हमले के ठीक बाद तेहरान से यूक्रेन जा रहा यात्री विमान उड़ान भरने के ठीक बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया और ईरान के परमाणु ठिकाने के पास भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। ईरान ने इन दोनों ही घटनाओं में किसी तरह की साजिश से इनकार किया है लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल विडियो से पूरे मामले को लेकर रहस्य गहरा गया है।
यूक्रेन जा रहे बोइंग 737 विमान के हादसे का शिकार होने से 176 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए हैं। बताया जा रहा है कि मारे गए लोगों में सबसे ज्यादा 82 ईरान, 63 कनाडा, 11 यूक्रेन, 10 स्वीडन, 4 अफगानिस्तान, 3 जर्मनी और 3 ब्रिटिश नागरिक हैं।
हादसे की होगी आपराधिक जांच
ईरानी सरकार के दावे के विपरीत यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा है कि वह हादसे की आपराधिक जांच कराएंगे। उन्होंने ऐलान किया कि इस हादसे से जुड़े सभी पहलुओं की जांच के लिए एक जांच आयोग बनाया जाएगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने लोगों से अटकलों से दूर रहने को कहा है। उधर, सोशल मीडिया में एक विडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि विमान के गिरने से पहले उसमें आग लग गई थी।
विशेषज्ञ दावा कर रहे हैं कि विमान मिसाइल हमले का शिकार हुआ है। कई लोगों का यह भी दावा है कि विमान पर ऐंटी एयरक्राफ्ट गन का इस्तेमाल किया गया है। उनका कहना है कि विमान के मलबे में काफी छेद देखे गए हैं। हालांकि अभी तक इन दावों की पुष्टि नहीं हो पाई है। हालांकि इन दावों से हादसे को लेकर रहस्य गहरा गया है। यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि यह विमान वर्ष 2016 में बना था और उसे सीधे बोइंग से लिया गया था। मात्र 4 साल पुराने विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से अटकलों का बाजार गरम हो गया है। विमान हादसे के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति ओमान के दौरे से तत्काल यूक्रेन लौट आए हैं।
भूकंप की तीव्रता 4.9
ईरानी मिसाइल हमले के ठीक बाद ईरान के बुशहर परमाणु बिजली घर के पास जोरदार भूकंप झटका महसूस किया गया। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 4.9 मापी गई। बताया जा रहा है कि इस भूकंप का केंद्र ईरान के इस विवादास्पद परमाणु संयंत्र से मात्र 40 मील दूर था। यूएसजीएस के मुताबिक भूकंप का केंद्र जमीन के 6 मील नीचे था। उसने बताया कि इसी तरह का भूकंप गत दिसंबर महीने में भी आया था। परमाणु संयंत्र के पास अचानक भूकंप आ जाने के बाद विशेषज्ञ उसकी टाइमिंग पर सवाल उठा रहे हैं।
हमले मारे गए 80 लोग
बता दें कि ईरान ने अपने जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या की जवाबी कार्रवाई में मंगलवार की रात ठीक 1:30 बजे 22 मिसाइलें दागीं। ईरान का दावा है कि इस हमले में 80 लोग मारे गए और अमेरिकी हेलिकॉप्टर और सैन्य साजो-सामान नष्ट हो गए। हालांकि, अमेरिका ने ईरानी हमले में किसी प्रकार के नुकसान की अब तक पुष्टि नहीं की है। इस हमले के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामनेई ने देश को संबोधित किया। सर्वोच्च नेता ने कहा कि हमला सफल रहा और पिछली रात हमने अमेरिका के घमंड पर तमाचा जड़ा है। उन्होंने जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या को शहादत बताते हुए कहा कि ईरान कभी उनके योगदान को नहीं भूल सकता है।