बिज़नेस डेस्क। मुकेश अंबानी की रिलायंस रीटेल अपना बिजनस-टू-कन्ज्यूमर (बीटूसी) मार्केटप्लेस लॉन्च करने की तैयारी में जुटी है, जहां फूड से लेकर फैशन तक सबकुछ बेचा जाएगा। इसकी तैयारी के तहत कंपनी ने ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट जैसे अपने संभावित राइवल मार्केटप्लेस से अपने क्लॉथ, शूज और लाइफस्टाइल प्रॉडक्ट्स को हटाना शुरू कर दिया है। इन प्रॉडक्ट्स में कंपनी के अपने ब्रैंड्स के साथ
दर्जनों ग्लोबल ब्रैंड्स भी शामिल हैं, जिनका रिलांयस रीटेल के पास भारत में बेचने का लाइसेंस भी है।
इस मामले से वाकिफ तीन लोगों ने बताया कि पिछले एक महीने से इस प्रक्रिया में तेजी आई है क्योंकि रिलायंस इस साल के अंत तक अपना ऑनलाइन मार्केटप्लेस लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। सूत्रों ने बताया कि रिलायंस ट्रेंड्स और रिलायंस ब्रैंड्स को आने वाले हफ्तों में गैर-रिलायंस मार्केटप्लेस से अपने प्रॉडक्ट्स को हटाने की प्रक्रिया में तेजी लाने को कहा गया है। मामले से सीधे वाकिफ एक शख्स ने बताया, ‘रिलायंस ने इन मार्केटप्लेस से नए ऑर्डर लेना बंद कर दिया है। थर्ड पार्टी मार्केटप्लेस के पास जितना स्टॉक बचा है, वे सिर्फ उन्हें बेच पाएंगी।’ रिलायंस रीटेल ने ईटी के ईमेल से भेजे गए सवालों को जवाब नहीं दिया।
रिलांयस ग्लोबल फैशन और लाइफस्टाइल ब्रैंड्स के मामले में देश की सबसे बड़े ओनर है। इसके पास चार दर्जन से ज्यादा इंटरनैशनल ब्रैंड्स के साथ जॉइंट वेंचर या मास्टर फ्रेंचाइजी अग्रीमेंट है। इनमें डीजल, केट स्पेड, स्टीव मैडन, बरबेरी, कनाली, एंपोरियो अरमानी, फुर्ला, जिम्मी चू, मार्क्स एंड स्पेंसर जैसे ब्रैंड शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर ब्रैंड्स को ऐमजॉन, फ्लिपकार्ट, मिंत्रा, जबॉन्ग, टाटाक्लिक समेत दूसरे साइट्स पर बेचा जाता है।
सूत्रों ने बताया कि ज्यादातर ग्लोबल ब्रैंड्स के राइट्स रखने वाली रिलायंस ब्रैंड्स को हेडऑफिस से इसी महीने से थर्ड-पार्टी मार्केटप्लेस को सप्लाई बंद करने को कहा गया है। उन्होंने बताया, ‘उन्हें सिर्फ एजियो मार्केटप्लेस और खुद की मोनो-ब्रैंड साइट्स पर ही प्रॉडक्ट बेचने को कहा गया है।’ कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने पिछले साल जुलाई में इस योजना से पर्दा उठाते हुए कहा था कि कंपनी एक ‘हाइब्रिड ऑनलाइन-टू-ऑफलाइन’ वेंचर को शुरू करने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा था रिलायंस जियो इंफोकॉम और रिलायंस रीटेल स्टोर्स के बीच तालमेल के सहारे यह वेंचर आगे बढ़ेगा।
ईटी ने रिपोर्ट छापी थी कि रिलायंस एक बिजनस-टू-बिजनस मार्केटप्लेस लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। इस मार्केटप्लेस के जरिए कंपनी की योजना बड़े सप्लायर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स के साथ ही लाखों छोटे व्यापारियों और किराना दुकानों तक पहुंचने की है। रिलायंस पहले से ही ‘Ajio.com’ नाम से एक ऑनलाइन फैशन प्लेटफॉर्म चला रही है, जहां भारतीय ब्रैंड्स के साथ ग्लोबल ब्रैंड्स की भी बिक्री होती है।
मार्केट पर नजर रखने वालों का कहना है कि सरकार ने हाल में ईकॉमर्स मार्केटप्लेस के लिए एफडीआई नियमों में बदलाव किया है, जिसकी वजह से रिलायंस को विदेशी निवेश वाली ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट से बढ़त हासिल करने में मदद मिल सकती है।