मॉस्को। कोरोना वैक्सीन पर भारत में बड़ी तेज़ी से कार्य किया जा रहा है। इसी के तहत भारत रूस के लिए भी वैक्सीन के भरी मात्रा में डोज़ तैयार कर रहा है। रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड के अध्यक्ष किरिल दिमित्रीव ने कहा है कि साल 2021 में भारत में रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनिक वी की 300 मिलियन डोज विकसित की जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत के चार बड़े उत्पादकों के साथ अग्रीमेंट किए गए हैं और भारत अगले साल हमारे लिए वैक्सीन की 300 मिलियन या उससे अधिक डोज विकसित करेगा।
किरिल दिमित्रीव ने बताया कि वैक्सीन को विकसित करने के लिए 110 प्रोडक्शन साइट्स की सूची में से आरडीआईएफ की आवश्यकताओं के साथ 10 ने मेल खाया। उन्होंने कहा कि स्पूतनिक वी वैक्सीन विश्व भर में विकसित की जाएगी लेकिन वह यह सुनिशिचित करेंगे कि यह सुरक्षित मंचों पर विकसित किया जाए।
रूस स्थित भारतीय दूतावास की ओर से शुक्रवार को किए गए ट्वीट में आरडीआईएफ के सीईओ का हवाला देते हुए कहा गया है कि रूस भारत में विकसित स्पूतनिक वी वैक्सीन के पहले सैंपल्स की टेस्टिंग कर रहा है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले गुरुवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा था कि रूस का कोरोना वैक्सीन दुनिया का पहला कोरोना वैक्सीन है और वायरस से लड़ने में यह वैक्सीन 95 प्रतिशत से अधिक प्रभावी है। इस लिहाज़ से भारत और रूस एक साथ खड़े हैं।