नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से मंगलवार रात फोन पर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने 15 अगस्त को लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के बाहर तोड़फोड़ और प्रदर्शन का मुद्दा उठाया। साथ ही ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने उच्चायोग की कड़ी सुरक्षा का भरोसा दिया। दरअसल, स्वतंत्रता दिवस के दिन पाकिस्तान और खालिस्तान समर्थकों ने उच्चायोग के सामने हिंसक प्रदर्शन किया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जॉनसन ने इस पर खेद जताया है। साथ ही पूरी सुरक्षा प्रदान करने को लेकर जरूरी कदम उठाने की बात कही है।15 अगस्त को पाक और खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों ने भारतीय ध्वज का अपमान किया था। इस दौरान हाई कमीशन की बिल्डिंग पर पत्थरबाजी की कोशिश भी की गई। रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि लंदन पुलिस ने इस मामले में देरी से कार्रवाई की। प्रदर्शन के बाद भारतीय अधिकारियों ने ब्रिटेन में सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की थी।
कश्मीर को बताया भारत-पाक का द्विपक्षीय मुद्दा
मोदी से बातचीत के दौरान ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कश्मीर मुद्दे को भारत-पाक का द्विपक्षीय मसला बताया। जॉनसन ने कहा कि ब्रिटेन का मत यह है कि कश्मीर विवाद को द्विपक्षीय तरीके से बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच कश्मीर के हालात पर भी चर्चा हुई।
मोदी ने जॉनसन को प्रधानमंत्री बनने पर दी शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री मोदी ने जॉनसन को प्रधानमंत्री बनने पर शुभकामनाएं दी। दोनों के बीच व्यापार और आर्थिक संबंधों को बेहतर करने पर भी बात हुई। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया कि दोनों नेताओं के बीच जलवायु परिवर्तन और आईएसआईएस जैसे आतंकी संगठनों के खतरों पर चर्चा हुई। मोदी और जॉनसन इसी हफ्ते फ्रांस में होने वाली जी-7 समिट में मिलेंगे। यहां दोनों के बीच अलग-अलग विवादों पर विस्तृत बातचीत हो सकती है।