नयी दिल्ली। भारत में लगभग हर संगीतप्रेमी महिला उम्र के किसी न किसी पड़ाव पर लता मंगेशकर की तरह गाने की इच्छा कर चुकी होगी। हालांकि हर किसी को यह सौभाग्य प्राप्त नहीं है कि उसे लता जैसी आवाज मिले। हालांकि पिछले कुछ दिनों में रानू मंडल नाम की महिला लता मंगेशकर के गाने ‘एक प्यार का नगमा है’ गाकर पूरे भारत में फेमस हो गई हैं।
रानू मंडल के फेमस होने के बाद म्यूजिक डायरेक्टर हिमेश रेशमिया ने उनके साथ गाने भी रिकॉर्ड किए हैं और सभी लोग उनके गाने और टैलंट की तारीफ कर रहे हैं। अब रानू के गाने के बारे में लता मंगेशकर का भी कॉमेंट सामने आया है। हालांकि लता ने रानू की तरीफ की लेकिन उसके साथ यह भी कहा कि रानू के पास कोई कला नहीं है।
रानू के बारे में लता ने कहा, ‘अगर मेरे नाम और काम से किसी का भला होता है तो मैं अपने आप को खुशनसीब समझती हूं। लेकिन मुझे यह भी लगता है कि किसी को कॉपी करना लंबे समय तक सफलता नहीं दिला सकता। मेरे, किशोर दा, रफी साहब, मुकेश भैया या आशा के गाने गाकर कोई भी सिंगर कुछ समय के लिए अपनी तरफ ध्यान खींच सकता है लेकिन यह फेम लंबा नहीं होगा।’
लता ने कहा कि टीवी पर गाते यंग टैलंट की उन्हें बहुत फिक्र होती है। उन्होंने कहा, ‘बहुत से बच्चे मेरे गाने खूबसूरती से गा रहे हैं लेकिन शुरुआती सफलता के बाद उन्हें कितने लोग याद रख पाएंगे। मैं इन बच्चों में से केवल सुनिधि चौहान और श्रेया घोषाल को जानती हूं।’
लता ने नए सिंगर्स को सलाह देते हुए कहा, ‘हमेशा ऑरिजनल रहिए, चाहे किसी भी सिंगर के एवरग्रीन सॉन्ग गाएं लेकिन अपने स्टाइल में गाएं।’ लता ने इसके लिए आशा भोसले का भी उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि अगर आशा भोसले अपनी गाने की स्टाइल विकसित नहीं करतीं तो वह कभी आगे नहीं बढ़ पातीं और केवल उनकी छाया बनकर रह जातीं।