नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन लगभग तय है, जल्द ही छोटे दलों को साथ लेकर फैसला हो सकता है। इस संबंध में मुंबई स्थित एनसीपी नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल के घर पर दोनों दलों के नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक रविवार को हुई है। माना जा रहा है कि दिल्ली में कांग्रेस के बड़े नेताओं से बातचीत के बाद दोनों दल इसपर कोई आखिरी निर्णय लेंगे।
एनसीपी-कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा है कि बहुजन विकास अगाड़ी के मुखिया हितेंद्र ठाकुर ने उनके पास आकर समर्थन मांगा है। छोटे दलों के साथ गठबंधन को लेकर हमारे बीच बातचीत भी हुई है। लेकिन, हमनें इसपर अभी कोई फैसला नहीं लिया है।
दो दिन के भीतर दिल्ली में कांग्रेस इसको लेकर एक बैठक करने वाली है, उसके बाद इस संबंध में अंतिम निर्णय लिया जाएगा। रविवार को एनसीपी नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल के घर हुई एनसीपी-कांग्रेस की बातचीत में राज्य कांग्रेस के नेता पृथ्वीराज चव्हाण, नसीम खान, अशोक चव्हाण और एनसीपी के जयंत पाटिल,अजित पवार और छगन भुजबल जैसे नेता शामिल हुए।
बीएसपी-एसपी से भी तालमेल का प्रयास इससे पहले मोदी सरकार के खिलाफ एकजुटता के साथ चुनाव मैदान में उतरने के लिए कांग्रेस महाराष्ट्र में भी समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के साथ सीटों पर तालमेल के लिए मंथन कर चुकी है।
पार्टी को लगता है कि बीएसपी को 2 और एसपी को 1 सीट का ऑफर देकर वहां अभी भी महागठबंधन की गुंजाइश बची है। तालमेल का यह प्रयास राज्य में मुस्लिम और दलित वोटों के बंटावारे को रोकने के मकसद से किया जा रहा है।
कांग्रेस-एनसीपी की चिंता की वजह क्या है? महाराष्ट्र में 11.5%
मुस्लिम और 7% दलित आबादी चुनाव का रुख पलटने का दमखम रखते हैं। लेकिन, प्रकाश अंबेडकर और एआईएसआईएम असदुद्दीन ओवैसी के बीच के गठबंधन ने कांग्रेस-एनसीपी को परेशान कर दिया है।
खबरें हैं कि प्रकाश अंबेडकर की वंचित बहुजन अगाड़ी एनसीपी-कांग्रेस से 24 सीटें देने की मांग करी थी, लेकिन उसके लिए ये लोग तैयार नहीं हो रहे हैं। इसलिए, अब एनसीपी-कांग्रेस ने बहुजन विकास अगाड़ी से भी बातचीत शुरू कर दी है। अभी कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन, जिसे महा अगाड़ी कहा जा रहा है ने राज्य की 48 सीटों के लिए जो तालमेल किया है, उसमें 26 पर कांग्रेस और 22 पर एनसीपी लोकसभा चुनाव लडऩे वाली है।