नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के लिए वाेटों की गिनती जारी है। रुझान बता रहे हैं कि देश में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब बहुमत के साथ लगातार दूसरी बार कोई पार्टी सरकार बनाने की स्थिति में आ गई है। भाजपा को पिछली बार 282 सीटें मिली थीं। रुझानों में इस बार भी वह 336 से आगे दिख रही है। नरेंद्र मोदी वाराणसी से आगे चल रहे हैं। राहुल गांधी वायनाड, रायबरेली से सोनिया आगे चल रही हैं। उधर, बिहार की मधेपुरा सीट पर महागठबंधन के उम्मीदवार शरद यादव 40 हजार वोटों से पीछे हैं। अमेठी से स्मृति, लखनऊ से राजनाथ, भोपाल से प्रज्ञा ठाकुर और गांधीनगर से अमित शाह आगे हैं। लेकिन, नागपुर में नितिन गडकरी और सुल्तानपुर में मेनका गांधी पीछे चल रही हैं।
11 अप्रैल से 19 मई तक सात चरणों की वोटिंग प्रक्रिया के दौरान 67.11% मतदान हुआ। लोकसभा चुनाव के इतिहास में यह सबसे ज्यादा है। इस बार 10 में से 9 एग्जिट पोल्स में एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलने के अनुमान जाहिर किए गए थे।
मोदी ने की इंदिरा की बराबरी
जवाहरलाल नेहरू ने लगातार तीन बार और इंदिरा गांधी ने लगातार दो बार कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दिलाकर सरकार बनाई थी। नेहरू ने 1952, 1957 और 1962 का चुनाव जीत था। वहीं, इंदिरा गांधी ने 1967 और 1971 का चुनाव पूर्ण बहुमत के साथ जीता था। मोदी ने अब इंदिरा की बराबरी कर ली है। 2014 में उनके नेतृत्व में भाजपा ने 282 सीटें जीती थीं। इस बार भी वह 280 से ज्यादा सीटें जीत रही है।
रुझान: कांग्रेस+ ने तमिलनाडु-महाराष्ट्र से अपनी सीटें दोगुनी कीं कांग्रेस+ को पिछली बार की 60 सीटों से दोगुनी यानी करीब 120 सीटें मिलने के रुझान सामने आ रहे हैं। सबसे ज्यादा फायदा तमिलनाडु में हो रहा है, जहां उसे 25 सीटों पर बढ़त मिलने के रुझान हैं। उधर, महाराष्ट्र में कांग्रेस को 10 सीटें मिलती दिखाई दे रही हैं। यहां 2014 में कांग्रेस को 2 सीटें मिली थीं। इसके अलावा छत्तीसगढ़ में भी राहुल की पार्टी को 4 सीटों पर बढ़त के रुझान हैं। यहां पिछली बार पार्टी को 1 सीट ही मिली थी। इसके अलावा गुजरात में 4, उप्र में 3 सीटों पर कांग्रेस को बढ़त के रुझान हैं।