25 नवंबर को देवोत्थान से पहले की गई है घोषणा आगरा प्रशासन द्वारा जिसके कारण वैवाहिक और मांगलिक आयोजन से जुड़े सभी व्यापारियों को बड़े नुकसान की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
आगरा। उत्तर प्रदेश वेडिंग इंडस्ट्रीज संघर्ष समिति द्वारा प्रदेश सरकार के नए आदेश को लेकर एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में वैवाहिक और मांगलिक कार्यक्रमों से जुड़े व्यापारियों ने अपनी सहभागिता की जिसमें टेंट डेकोरेटर, फ्लावर डेकोरेटर, लाइट डेकोरेटर, साउंड ऑपरेटर, आर्टिस्ट, कैटर्स, बैंड संचालक, इवेंट मैनेजर, मैरिज होम संचालकों ने अपनी उपस्थिति प्रमुख रूप से दर्ज कराई।
आपको बतादें आगरा जिला अधिकारी कार्यलय से सूचना दोपहर में दी गई कि वैवाहिक और मांगलिक आयोजन में जो 200 लोगों की अनुमति थी, जो वह अब 100 लोगों की कर दी गई है। ऐसी स्थिति में मांगलिक आयोजन से जुड़े सभी व्यापारी परेशान हैं। बैठक में सभी ने अपने-अपने विचार रखे। जहाँ मैरिज होम संचालकों का कहना है कि वह बहुत सावधानी पूर्वक पहले से ही कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन कर रहे थे। अतिथियों की सुरक्षा को देखते हुए मास्क सैनिटाइजेशन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी प्रमुखता से कराया जा रहा था।
बैंड संचालक भरत शर्मा ने बताया कि बरात की संख्या पहले से बहुत कम कर दी गई है जिसमें ट्रॉली भी नहीं रखी गई है, इस स्थिति में 200 से 100 की संख्या होना, सभी को बड़ी परेशानी में दाल सकता है।
बैठक को संबोधित करते हुए रावी इवेंट के निदेशक मनीष अग्रवाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश वेडिंग संघर्ष समिति अपनी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाएगी और हम पुरजोर कोशिश करेंगे कि सरकार हमारे व्यवसाय की स्थिति को समझे, होने वाले नुकसान का आकलन करे। विगत कई माह से बुरी स्थिति से गुजर रहा यह व्यवसाय वर्तमान समय में कुछ आस लेकर बैठा था, जो अब यह आस भी पूरी तरीके से टूटती नजर आ रही है। बैठक में सभी लोगों ने एकमत के साथ जिला प्रशासन को कोविड-19 के प्रोटोकॉल के पालन के लिए भी आश्वस्त किया।
मुख्यमंत्री के नाम एडीएम सिटी को सौंपा ज्ञापन
उत्तर प्रदेश वेडिंग्स इंडस्ट्री संघर्ष समिति द्वारा माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार को संबोधित किया। साथ ही समिति के वरिष्ठ पदाधिकारी मनीष अग्रवाल ने आगरा एडीएम सिटी प्रभाकर अवस्थी जी को माननीय मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांगलिक और वैवाहिक आयोजन से जुड़े व्यापारियों ने अपनी समस्या को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा और निवेदन किया है कि 200 लोगों की अनुमति को दोबारा से लागू किया जाए, ताकि ग्राहक और व्यापारियों के बीच जो पुराना अनुबंध हुआ है उसको पूरा किया जा सके। वहीँ व्यापारियों ने प्रशाशन को भी आश्वस्त किया है कि मांगलिक कार्यक्रमों से जुड़े व्यापारी कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पूरा पालन करेंगे। आगरा एडीएम सिटी ने भी बातों को गंभीरता से सुनते हुए शीघ्र ही जिला प्रशासन द्वारा मांगलिक आयोजन से जुड़े व्यापारियों के लिए गाइडलाइन देने की बात कही।
इस दौरान उत्तर प्रदेश बैंडिंग संघर्ष समिति की बैठक में प्रमुख रूप से सुनील शर्मा, भरत शर्मा, मनीष अग्रवाल, आशीष बंसल, निशांत जैन, तरुण अग्रवाल, मोहन सैनी, संदीप उपाध्याय, कुलदीप पालीवाल, संजय अग्रवाल, सुरेश चंद्र शर्मा, रमाशंकर गोयल, शिविर जैन, हर्ष सिन्हा, स्वप्निल कुलश्रेष्ठ, कमलप्रीत सिंह आदि मौजूद रहे।