नई दिल्ली । सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेक मेसेज को वायरल होने में ज्यादा वक्त नहीं लगता। पिछले कुछ महीनों में दुनिया के सबसे पॉप्युलर इंस्टैंट मेसेजिंग ऐप वॉट्सऐप ने अपने प्लैटफॉर्म पर फेक न्यूज और मेसेज को रोकने के लिए अपडेट्स के जरिए कई फीचर्स ऐड किए हैं। वॉट्सऐप फेक न्यूज को रोकने में कितना सफल हुआ है इस बारे तो अभी कोई डेटा उपलब्ध नहीं है, लेकिन वॉट्सऐप खुद फेक मेसेज का शिकार जरूर हो गया है। 3 जुलाई को दुनियाभर में फेसबुक समेत इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप यूजर्स को फोटो अपलोड करने के साथ ही मेसेज भेजने में भी परेशानी होने लगी थी। इस मौके का फायदा उठाकर वॉट्सऐप पर फेक मेसेज तेजी से सर्कुलेट होने लगे, जिसमें कहा जा रहा था कि वॉट्सऐप अब रोज कुछ घंटों के लिए बंद रहेगा और इसे यूज करने के लिए यूजर्स को पैसे देने होंगे।
यहां जिस मेसेज को आपने देखा, उसमें अगर आप ध्यान देंगे तो पाएंगे कि इस मेसेज के अंत में गूगल का जिक्र है। मतलब कि इस मेसेज को गूगल खुद यूजर्स तक पहुंचा रहा है। यहां ध्यान देने वाली यह है कि वॉट्सऐप, फेसबुक की कंपनी है। इसीलिए गूगल अपनी तरफ से क्यों ऐसा मेसेज करेगा, जिसमें कहा जाए कि सैटेलाइट और नेटवर्क की दिक्कत के कारण वॉट्सऐप एक हफ्ते के लिए बैन किया जा रहा है। एक और चीज जो इस मेसेज में गौर करने वाली है वह यह कि मेसेज में कई अंग्रेजी शब्दों की स्पेलिंग गलत लिखी हुई है।
इसी प्रकार वॉट्सऐप बैन और अकाउंट डिऐक्टिवेट होने को लेकर एक और मेसेज काफी वायरल हो रहा है। मेसेज को पढ़कर ऐसा लग रहा है कि इसे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम के द्वारा भेजा जा रहा है। मेसेज में वॉट्सऐप के रोज रात के 11:30 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक बंद रहने की बात कही जा रही है जिसका आदेश केंद्र सरकार द्वारा दिया गया है।
इतना ही नहीं, इस मेसेज को यूजर्स को सभी कॉन्टैक्ट्स के साथ शेयर करने के लिए भी कहा जा रहा है। ऐसा ना करने पर उनका अकाउंट बंद हो जाएगा और अगर यूजर इसे फिर से ऐक्टिवेट करेंगे तो उन्हें 499 रुपये देने होंगे।
ये दोनों ही मेसेज पूरी तरह से फेक हैं और इनपर विश्वास नहीं किया जाना चाहिए। इन मेसेज के बारे में ना तो वॉट्सऐप की तरफ से कोई बयान दिया गया है और ना ही भारत सरकार की तरफ से।