नई दिल्ली। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के एक एजेंट ने 2016 में हुए अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव को लेकर खुलासा किया है। एजेंट ने सोमवार को एक अमेरिकी अखबार से कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप के लिए अपने खुफिया अधिकारियों को आदेश दिए थे। तब वे भी रूस के उच्च अधिकारियों में शामिल थे। इसकी एक रिपोर्ट उन्होंने 2016 में ही सीआईए को भेजी थी।
पुतिन के आतंरिक मामलों में नहीं थे शामिल- सीआईए एजेंट के परिजन
अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, सीआईए एजेंट के परिजन ने बताया है कि वह पुतिन के आतंरिक मामलों में शामिल नहीं था, लेकिन रूस सरकार से जुड़े उच्च स्तरीय फैसले लेने वाले अधिकारियों में शामिल था। एजेंट ने दावा किया कि पुतिन ने व्यक्तिगत तौर पर आदेश दिए और चुनाव को प्रभावित करने के लिए उच्च स्तरीय गुप्त योजनाएं बनाई थीं।
2016 में भी एजेंट ने दी थी जानकारी
रिपोर्ट के मुताबिक, सीआईए एजेंट ने 2016 में भी यह जानकारी दी थी। यह जानकारी इतनी महत्वपूर्ण और विवादास्पद थी कि शीर्ष सीआईए अधिकारियों ने एजेंट के रिकॉर्ड और उसकी जानकारी की पूरी समीक्षा करने का आदेश दिया था। एजेंट ने कहा कि सीआईए को खुफिया जानकारी देने के कारण उनका करियर प्रभावित हुआ। उसे फिर कोई काम नहीं दिया गया और 2017 में रूस से निकाल दिया गया।
448 पेज की एक रिपोर्ट, विशेष अधिवक्ता ने की थी तैयार
इससे पहले अमेरिका के विशेष अधिवक्ता रॉबर्ट मुलर ने भी दावा किया था कि डोनाल्ड ट्रम्प को जिताने के लिए पुतिन ने अमेरिकी चुनाव में दखल दिया था। 74 वर्षीय मूलर ने 448 पेज की एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमें उन्होंने कहा, ‘‘रूसी सेना के अधिकारियों ने डेमोक्रेट उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के चुनाव अभियान को प्रभावित करने की कोशिश की थी।’’