नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी पर शिवसेना ने एक बार फिर से तीखा हमला किया है। शिवसेना के सामना में छपे लेख में राफेल डील को ब्लैक पेज करकार दिया गया है और इस मुद्दे पर भाजपा को कटघरे में खड़ा करते हुए शिवसेना ने पूछा है कि आखिर जो लोग राफेल को लेकर सवाल पूछ रहे हैं उन्हें देशद्रोही क्यों करार दिया जा रहा है।
शिवेसना की ओर से कहा गया है कि हर भारतीय तबतक सवाल पूछेगा जबतक कि वह संतुष्ट नहीं हो जाता है। सत्य जिंदा रहेगा लेख में लिखा गया है कि सत्यमेव जयते इस देश को जिंदा रखना का मंत्र है। विपक्ष मर सकता है लेकिन सत्य हमेशा जिंदा रहेगा। आप आखिर क्यों लोगो को बिना वजह देशद्रोही करार देते हैं। सेना की ओर से कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी ने राफेल डील का संसद में बचाव किया था, लेकिन अगले ही दिन द हिंदू ने ब्लैक पेज छाप दिया और जिसके बाद देशभक्त शांत हो गए हैं।
अब भाजपा कहती है कि द हिंदू ने पूरा सच नहीं छापा। लेकिन राहुल गांधी ने जो आरोप लगाए हैं उनका क्या, आप आखिर क्यों विपक्ष को बिना वजह निशाना बनाते हैं, सत्यमेव जयते इस देश को जिंदा रखने का स्लोगन है, विपक्ष मर सकता है लेकिन सत्य हमेशा रहेगा।
चौकीदार चोर का नारा आज चौकीदार चोर है का नारा लग रहा है, लेकिन यह नारा इसलिए नहीं लोकप्रिय हुआ क्योंकि कांग्रेस ने इस नारे को आगे बढ़ाया है बल्कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सच को छुपाया है।
हर एक भारतीय को अधिकार है कि वह सवाल पूछे और तब तक सवाल पूछा जाएगा जबतक कि सवालों कका संतोषजनक जवाब नहीं मिल जाता है।
मोदी कहते हैं कि भाजपा की आलोचना कीजिए मोदी की आलोचना कीजिए, लेकिन देश का विरोध मत कीजिए, मोदी भक्तों को यह बताना चाहिए कि इसका क्या मतलब होता है।
सीबीआई का दुरुपयोग वहीं सीबीआई और ईडी के दुरुपयोग को लेकर भी शिवसेना ने भाजपा पर निशाना साधा है। शिवसेना ने आरोप लगाया है कि जो काम कांग्रेस की सरकार करती आई थी वही काम अब भाजपा की सरकार कर रही है। कांग्रेस की सरकार में सीबीआई को तोता की पहचान मिली थी और अब उसी पहचान को भाजपा आगे बढ़ा रही है। भाजपा सीबीआई के जरिए विरोधियों को जेल में बंद करने और उन्हें रास्ते से हटाने में लगी है।
सीबीआई और ईडी का साथ मिलने पर राजनेता शैतान बन जाते हैं। चिटफंड पर भाजपा को घेरा शिवसेना ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि सारदा चिट फंड मामले में खुद मुख्य लाभार्थी मुकुल रॉय भाजपा के नेता हैं।
यही नहीं चिट फंड के कई आरोपी भाजपा में हैं। शिवसेना के मुखपत्र में भाजपा पर कई तीखे हमले बोले गए हैं। यह पहला मौका नहीं है जब शिवसेना भाजपा पर हमलावर है, इससे पहले भी कई मौकों पर शिवसेना भाजपा पर निशाना साध चुकी है।