ग्लोबल डेस्क। हाल में चीन में वायु प्रदूषण रोकथाम कार्यवाही योजना के अमल में लाने के साथ चीन में वायु गणवत्ता में बड़ी उन्नति आई है। निगरानी के आंकड़े बताते हैं कि 2018 में पेइचिंग में पीएम 2.5 आदि 4 प्रमुख प्रदूषक वस्तुओं के प्रदूषण स्तर में कटौती आई है। 2013 से चीन ने वायु निपटारा के लिए कई कदम उठाए।
चीन में प्रदूषित दिनों की संख्या घटी
2018 तक पेइचिंग में अति प्रदूषित दिनों की संख्या पहले के 58 से 15 तक कम की गई, हपेई में अति प्रदूषित दिनों की संख्या पहले के 80 से 17 तक कम की गई है। चीनी पारिस्थितिकी वातावरण के वायु वातावरण ब्यूरो के प्रभारी का कहना है कि चीन के पूरे समाज के समान प्रयास से देश की वायु गुणवत्ता में सुधार आया है। 2018 में देश के 338 शहरों में पीएम 2.5 का औसत घनत्व माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा, जो पहले की तुलना में 9.3 प्रतिशत कम हुआ है।
चीन ने बनाई 3 वर्षीय प्रदूषण रोकथाम कि योजना
338 शहरों में श्रेष्ठ और अच्छी वायु गुणवत्ता वाले दिनों का अनुपात 79.3 प्रतिशत था। नीले आसमान की रक्षा के लिए चीन सरकार ने 3 वर्षीय प्रदूषण रोकथाम कार्रवाई योजना बनाई है, जिसका मकसद वायु गुणवत्ता में निरंतर सुधार करना है। हाल में चीन के 31 प्रांतों में पारिस्थितिकी संरक्षण संबंधी नियमावलियां जारी कीं। चीनी पारिस्थितिकी पर्यावरण मंत्री ली गेनच्येइ का कहना है कि आर्थिक उच्च गुणवत्ता वाले विकास और पारिस्थितिकी पर्यावरण संरक्षण को आगे बढ़ाने के लिए चीन दृढ़ता से कदम उठाएगा और पारिस्थितिकी पर्यावरण की गुणवत्ता का निरंतर सुधार करेगा।
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की कार्यवाहक कार्यकारिणी प्रधान जायसी मौसिया चीन में 4 साल तक रह चुकी हैं। चीन में वायु गुणवत्ता के सुधार के प्रति उन्हें गहरा अनुभव है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण के निपटारे में चीन के अनुभव अन्य विकासमान देशों को सबक दे सकते हैं। जल संसाधन, ऊर्जा का कारगर प्रयोग, शहरों में हरियाली बढ़ाने और राष्ट्रीय पार्क का निर्माण आदि क्षेत्रों में चीन के अनुभव सीखने योग्य हैं।