लखनऊ। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मंजूरी मिलने पर अब सियासत शुरू हो गई है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे अपनी सरकार के दौरान शुरू हुआ काम बताया है। कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिपरिषद की बैठक में मंजूरी मिलने पर भी सियासत शुरू हो गई है।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे अपनी सरकार दौरान शुरू हुआ काम बताया है। गुरुवार सुबह अपने ट्वीट में अखिलेश यादव ने लिखा- सपा काल में शुरू हुए कुशीनगर एअरपोर्ट को इंटरनेशनल एअरपोर्ट की कैबिनेट मंजूरी मिलने पर उन सबको बधाई जिन्होंने कई साल पहले ये प्रयास आरंभ किया था। इसके साथ ही सपा काल में प्रारंभ हुए मेरठ, मुरादाबाद, चित्रकूट, आज़मगढ़ व अन्य एअरपोर्ट को भी यथाशीघ्र अनुमति दी जाए।
बौद्ध धर्मावलम्बियों को मिलेगा फायदा
भगवान बुद्ध की परिनिर्वाण स्थली कुशीनगर, लुम्बनी, कपिलवस्तु, श्रावस्ती सहित कई बौद्ध तीर्थस्थलों के पास है। यहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट की आवश्यकता लम्बे समय से महसूस की जा रही थी। यहां एयरपोर्ट बन जाने के बाद श्रीलंका, थाईलैंड, सिंगापुर, लाओस, कम्बोडिया,जापान, कोरिया, म्यांमार, भूटान सहित तमाम बौद्ध देशों से बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद है। इसके अलावा देश के कोने-कोने से बौद्ध धर्मावलम्बियों के लिए भी कुशीनगर, कपिलवस्तु, लुम्बनी और श्रावस्ती आना आसान हो जाएगा।
बुधवार को सीएम योगी ने दी थी बधाई
इसके पहले बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस फैसले के लिए प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय मंत्रिपरिषद को बधाई देते हुए कहा था कि कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पूर्वी उत्तर प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ-साथ विकास को तेज गति और रोजगार के क्षेत्र में नई सम्भावनाएं पैदा होंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा था कि तीन वर्ष के अंदर उत्तर प्रदेश में दो नए इंटरनेशनल एयरपोर्ट, पश्चिम में जेवर और पूर्व में भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली कुशीनगर में एयरपोर्ट की स्वीकृति मिली है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास को नई गति देने में कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट की नई भूमिका होगी।